बाल दिवस पर बच्चों से स्कूलों द्वारा वसूली हुई, तो कार्यवाही

उज्जैन | बाल दिवस पर स्कूलों में बच्चों की रूचि वाली गतिविधियों के आयोजन शिक्षा विभाग ने आवश्यक किये हैं। विभाग का मानना है कि अन्य गतिविधियों से शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों का सर्वागिण विकास होता है। किन्तु निजी स्कूलों में विद्यार्थियों और अभिाभावकों से भ्रमण-पिकनिक आदि के लिये ३०० से ४०० रुपयें की मांग हो रही है।
जिला शिक्षा विभाग तक भी ऐसी शिकायते दबे स्तर से पहुंच रही है किन्तु बच्चों के भविष्य अनावश्यक विवाद से बचने को कोई खुलकर शिकायत नहीं कर रहा। जिला शिक्षाधिकारी संजय गोयल का कहना है कि बालदिवस है ही ऐसी रूचि पूर्ण गतिविधियों और आयोजनों के लिये। इसके लिये शासकीय और निजी स्कूलों को दिशा निर्देश भी जारी किये गये हैं। यह आयोजन विद्यार्थियों से लिये जाने वाले गतिविधि शुल्क की राशि से ही किये जाने चाहिये या फिर पालक शिक्षक संघ के जरिए कुछ तय करके कम खर्च से आयोजन हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। हमें दबे स्वर से तो शिकायते सुनने को मिल रही है किन्तु कोई खुलकर शिकायत करने से बचता है क्योंकि बच्चों को परेशानी न हो। ऐसी वसूली गलत है हम भी जानकारी लेकर कार्यवाही करेंगे।
यह हो आयोजन : बालदिवस पर चित्रकला, कहानी किस्से श्रवण, प्रेरक प्रसंग, बच्चों की प्रसन्नता वाले आयोजन, मेले आदि के दिशा निर्देश है।

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