बैंक का शटर बंद, खुलासा अभी बाकी:निजी बैंक में किसानों के साथ धोखाधड़ी

एक निजी बैंक की स्थानीय शाखा में किसानों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी हो गई। किसान जब खातों से रुपए निकालने पहुंचे तो उन्हें इस धोखाधड़ी की जानकारी लगी। कुछ किसानों से कोरे चेक लिए गए तो वहीं कुछ किसानों से बगैर कोई चेक लिए ही लाखों रुपए की राशि उनके खाते से निकाल ली गई।

बुधवार को एक दर्जन से अधिक किसानों ने बैंक की शाखा के बाहर हंगामा कर दिया। इसके बावजूद जब बैंक अधिकारी उनसे बात करने को तैयार नहीं हुए तो किसानों ने धोखाधड़ी की लिखित शिकायत मंडी थाना पुलिस में की। इधर किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी सामने आने के साथ ही बैंक का एक कर्मचारी गायब हो गया।

दोपहर से ही बैंक के शटर बंद कर दिए गए। किसी को भी अंदर जाने से रोक दिया गया। किसानों ने बाहर एकत्रित होकर ही अपनी व्यथा बताई। देर शाम तक भी किसानों से चर्चा करने के लिए बैंक मैनेजर बाहर नहीं आए। शाम को किसानों ने थाने पहुंच कर शिकायत की। बड़ागांव के किसान सुखदेव पिता बद्रीलाल पाटीदार ने बताया उनके बैंक खाता संख्या 143651000587 में से 24 दिसंबर 2021 को 6.50 लाख रुपए की राशि किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) खाते से धोखाधड़ीपूर्वक निकाल ली गई। बैंक खाते के चेक क्रमांक 000910 का एक चेक यह कह कर लिया था कि बैंक खाते को नया करना है।

चेक नागदा के बैंक अधिकारी को दिया था। चेक का दुरुपयोग करते हुए राशि निकाली गई। इस बारे में जब बैंक मैनेजर को शिकायत की तो उन्होंने कहा सर्वर प्रॉब्लम के कारण रुपए कट गए हैं, जो 3-4 दिन में वापस खाते में आ जाएंगे। 5 दिन बाद जब किसान मैनेजर के पास गए तो उन्हें आश्वासन ही मिला।

इधर बैंक का एक कर्मचारी दिलीप व्यास निवासी बनबना भी तीन दिन से लापता है। उसकी गुमशुदगी की शिकायत परिजनों ने की है। मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने बताया मामले में किसानों की ओर से धोखाधड़ी की शिकायत का आवेदन प्राप्त हुआ है। जांच की जा रही है। वहीं बैंक मैनेजर वैभव भटेरा से कई बार संपर्क करना चाहा लेकिन उन्होंने मोबाइल कॉल रिसीव नहीं किया। साथ ही बैंक में भी चर्चा करने से इनकार कर दिया गया।

2.50 लाख रुपए निकाले अब खाते में रुपए नहीं बचे

मेरे केसीसी खाते में 4.5 लाख रुपए थे। इसमें से 2.50 लाख रुपए निकाले थे। अब पता चला कि बाकी 2 लाख रुपए भी खाते में नहीं हैं। हमें रुपए निकालने की कोई जानकारी भी नहीं है।

– किसान भारत सिंह, ग्राम मोयना

चेक नहीं लगाए, फिर भी 11 लाख रुपए गायब हो गए

केसीसी खाते में 11 लाख रुपए थे। हमने तो कोई चेक भी बैंक में नहीं लगाए फिर भी खाते से सारे रुपए गायब हो गए। राशि निकलने का कोई मैसेज तक हमें नहीं आया।

– किसान दरबार सिंह गुर्जर, ग्राम डाबरी

कोरा चेक लिया और अब खाते में 7 लाख रुपए नहीं

हमसे बैंक के एक व्यक्ति ने कोरा चेक लिया था। बोला था पल्टी के नाम पर चेक लगेगा। उस चेक का गलत उपयोग कर 7 लाख रुपए निकाल लिए, जिसकी हमें जानकारी तक नहीं है।

– किसान चंदर सिंह, ग्राम मोयना

नौ किसानों के खाते से ही निकल गई 50 लाख रुपए से अधिक की राशि

किसानों ने मंडी थाना पुलिस को इस मामले में बुधवार देर शाम लिखित शिकायत करते हुए एक पत्र दिया है। इसमें चंदर सिंह निवासी मोयना के खाते से 4 लाख और 3 लाख रुपए, भारत सिंह निवासी मोयना के खाते से 2 लाख रुपए, विजय पाटीदार निवासी बनबना के खाते से 21 लाख 20 हजार रुपए, संदीप पाटीदार निवासी कलालखेड़ी के खाते से 4 लाख रुपए, गेंदालाल कनीराम निवासी बनबना के खाते से 4 लाख 8 हजार रुपए, सुरेश अमृतलाल निवासी बनबना के खाते से 1 लाख 95 हजार रुपए, कन्हैया पाटीदार निवासी बनबना के खाते से 7 लाख रुपए, जीवन धानक निवासी मोयना के खाते से 43 हजार रुपए और सुखदेव पाटीदार निवासी बड़ागांव के खाते से 6 लाख 50 हजार रुपए धोखाधड़ीपूर्वक निकाले जाने की शिकायत की गई।​​​​​

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