- पंजाबी सिंगर मिलिंद गाबा सपत्नीक पहुंचे उज्जैन, भस्म आरती में शामिल होकर किया भगवान का पूजन अर्चन
- भस्म आरती: भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में किया गया दिव्य श्रृंगार!
- वाटर सप्लाई के चेंबर में उतर गए उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह, गंदगी साफ कर दिया स्वच्छता का संदेश
- शारदीय नवरात्रि पर्व: नवरात्रि के नौ दिन माता हरसिद्धि नहीं करती हैं शयन; प्रतिदिन प्रज्वलित होगी दीपमालिकाएं
- भस्म आरती: चंदन का त्रिपुण्ड, रजत मुकुट और पुष्प अर्पित कर भगवान का राजा स्वरूप में किया गया श्रृंगार!
भस्म आरती में बाबा महाकाल का त्रिपुंड, त्रिनेत्र लगाकर किया श्रृंगार, मस्तक पर सजाया गया चंद्र
सार
विस्तार
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर मंगलवार तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर, पंचामृत और फलों के रस से किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट, मुंड माला धारण करवाई गई।
आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि द्वादशी की तिथि और मंगलवार के संयोग पर भस्मआरती में बाबा महाकाल का खास श्रृंगार किया गया, उनके शीष पर वैष्णव तिलक और चंद्रमा लगाया गया। इसके साथ ही त्रिपुंड और त्रिनेत्र भी लगाया गया। जिसे सभी श्रद्धालु देखते ही रह गए। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। जिससे पूरा मंदिर परिसर मे जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।