- उज्जैन में मुन्ना भाई MBBS की गैंग सक्रिय! 10वीं-12वीं प्री-बोर्ड के पेपर 2 घंटे पहले लीक, सोशल मीडिया पर हुए वायरल; शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल।
- मदिरा प्रेमियों को बड़ा झटका! मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थलों पर जल्द लागू होगी शराबबंदी, CM यादव ने की घोषणा
- मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा का स्थापना दिवस आज, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दी बधाई...
- भस्म आरती: भगवान महाकाल का पंचामृत कर सालासर बालाजी स्वरूप में किया गया दिव्य श्रृंगार!
- धार्मिक नियमों की उड़ाई धज्जियाँ! महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा चूक: युवक ने बिना अनुमति गर्भगृह में प्रवेश किया, शिवलिंग को किया नमन...
मंडी बोर्ड किसानों की उपज को एक ही छत के नीचे बेचने को आतुर
मंडी बोर्ड किसानों की उपज को एक ही छत के नीचे बेचने को आतुर फल, सब्जी, आलू, प्याज, लहसुन से संभाग की मंडियों को लिंक किया गया है। सरकार किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलवाकर उनका सही हक मिले इसके लिए अभिनव योजना पर काम कर रही है। उज्जैन की आलू, प्याज, लहसुन मंडी सफलतापूर्वक चलने और लाखों रुपए की आय अर्जित करने वाली पहली मंडी बन गई है। यह अलग कि हरी सब्जी की मंडी अलग-अलग लगती है। इसी प्रकार फल की उज्जैन मंडी नाम की रह गई है। 80 फीसदी फलों का व्यापार शहर में हो जाता है। मंडी का उद्देश्य टैक्स कमाना नहीं बल्कि किसानों को उनकी उपज एक छत के नीचे लाकर प्रतिस्पर्धा भाव दिलाना है। उज्जैन मंडी बोर्ड के अधिकारी एससी वशिष्ठ इससे गहरा इत्तेफाक रखते हैं। संभाग की छोटी से छोटी मंडियों में फल, आलू, प्याज और लहसुन का विक्रय करे इसके लिए अधिकारियों की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है।