मक्सी रोड से लॉकडाउन की रिपोर्ट:सजकर निकले, बोले- शादी में जा रहे, कोई रुआंसा होकर बोला- डेथ हुई है

समय शाम 4.15 बजे। शंकरपुरा में बेरिकेड्स लगे थे। यहां से सुरजनवासा, दुदरसी, केसूनी, मानपुर, लालपुर और मक्सी का रास्ता है। इसके पहले सिटी बस डिपो पर बेरिकेड्स तो लगाए हैं। पुलिस भी तैनात है लेकिन कोई रोक-टोक नहीं। पंवासा के नए थाने के सामने कानवाय लगी है, लेकिन यहां से भी आसानी से गुजर सकते हैं क्योंकि कोई पूछने वाला नहीं। शंकरपुरा में टर्न पर आने-जाने वालों को रोका जा रहा था और उनसे वजह भी पूछी जा रही थी।

रोज की तुलना में आवाजाही न के बराबर है। जो आ रहे हैं, उनके पास हजार बहाने हैं। सन्नाटे को चीरती हुई बाइक की आवाज आई। उज्जैन की ओर से एक बाइक पर एक युवक के साथ दो महिलाएं सज-धजकर आईं। पुलिसकर्मी ने रोका। पूछा कहां से आ रहे हो, बोले- साहिबखेड़ी से, कहां जा रहे हो, बोले- शादी में, यहीं पास के गांव जाना है। जाने दो न साहब बहुत जरूरी है। लेकिन आपने तो मास्क भी नहीं पहना, जवाब मिला- पहना था, कुछ देर पहले ही उतारा है। हवा में उड़ रहा था। इनसे बात हो रही थी कि एक दूसरी बाइक पर दंपती दो बच्चों को लेकर आराम से निकलने की तैयारी में थे।

जवान ने रोका और बोला- पता नहीं लॉकडाउन है। सब बंद है। कहां जा रहे हो। फिर वही जवाब साहब- करीबी रिश्तेदार के यहां शादी है। घर पर बच्चों को अकेला नहीं छोड़ सकते इसलिए ले जा रहे हैं। इसी बीच दो बाइक पर सवार 6 लोगों को पुलिस ने रोका। पहले बोले मजदूर हैं, हमें जाने दो। पुलिस जवान बोला चालान जमा करो और जाओ। फिर मिन्नतों का दौर शुरू हाे गया। बोले, साहब तीन सौ रुपए ही कमाए हैं, दो सौ रुपए का चालान जमा करवा लोगे तो घर क्या लेकर जाएंगे। इस बार छोड़ दो। अगली बार मास्क भी पहनेंगे और लॉकडाउन में भी नहीं घूमेंगे। पुलिस ने सभी से चालान जमा करवाया और जाने दिया।

आगर रोड : नाके पर बाइक सवार दो युवक बोले- मामा का निधन हो गया है

समय शाम 5.10 बजे। स्थान आगर रोड का नाका नंबर पांच। यहां से मंगलनाथ, भैरवगढ़ और उन्हेल के साथ आगर की ओर मुख्य मार्ग की शुरुआत होती है। सामने विराट नगर है। इसके मुहाने पर बेरिकेड्स लगाए हैं ताकि कोई बेवजह बाहर न निकले। पुलिस के दो जवान इसी के पहरे पर लगे थे। एक जवान पेट्रोल पंप के सामने वाले रास्ते पर तैनात था। इतने में एक बाइक पर दो युवक सवार होकर निकले। जवान ने कहा, बाइक रोको। साइड में लगाओ। कहां गए थे। क्या तुम्हें पता नहीं लॉकडाउन है। युवक बोले- गोपालपुरा के रहने वाले हैं और रामगढ़ गए थे। वहां मामा का निधन हो गया है।

साथी से पूछा और तुम क्यों गए थे क्या तुम्हारे भी मामा है। युवक बोला- नहीं, मैं इसके साथ गया था। मेरी मम्मी को भी वे बहन बोलते थे। अच्छा गाड़ी के कागज बताओ, जवाब मिला- नहीं है। घर पर रखे हैं। वाट्सएप पर मंगवाओ। जवाब मिला- घर पर किसी के पास स्मार्ट फोन नहीं है। इतने में सामने से एक बाइक पर तीन युवक सवार होकर आते दिखे। दो ने मास्क नहीं पहना था।

पुलिस को देखते हुए मास्क पहन लिया। रोका तो बोले, आरडी गार्डी जा रहे हैं। मास्क नहीं पहनने के सवाल पर बोले, सर पहना था, कुछ देर पहले ही खिसक गया। आगे से ध्यान रखेंगे। जवान ने दोनों बाइक सवारों को समझाइश देकर छोड़ दिया। कहा अपना नहीं तो घर परिवार का ध्यान रखो। बेवजह घर से क्यों निकलते हो। खास यह रहा है कि यहां से गुजरने वाले अधिकांश लोगों का एक ही बहाना था, वे आरडी गार्डी जा रहे हैं। रिपोर्ट के लिए शहर गए थे। कुछ ने रिपोर्ट भी दिखाई लेकिन वह पुरानी थी।

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