महाकालेश्वर मंदिर में शुरू हुआ 6 दिवसीय महारुद्राभिषेक अनुष्ठान, 22 ब्राह्मणों ने किया महारुद्राभिषेक

सार

महाकालेश्वर मंदिर में जनकल्याण हेतु सौमिक सुवृष्टि अग्निष्टोम सोमयाग अनुष्ठान किया जा रहा है। इसी तारतम्य में इस वर्ष जन कल्याण की उदात्त भावना को लेकर आज से 10 मई 2024 तक महाकालेश्वर मंदिर के शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में महारूद्राभिषेक का आयोजन प्रारंभ किया गया।

विस्तार

महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी प्रदीप गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा छ: दिवसात्मक महा-रुद्राभिषेक का अनुष्ठान किया गया है। श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजन के बाद नंदी मंडपम में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सपत्नीक महारुद्राभिषेक का संकल्प कर पूजन की गई।

पूजन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न करवायी गई। उसके पश्चात 22 ब्राम्हणों को वारुणी प्रदान कर महारुद्राभिषेक का प्रारंभ किया गया। इस दौरान प्रशासक मृणाल मीना, राजेंद्र शर्मा गुरु, सहायक प्रशासक प्रतीक दिवेदी, मूलचंद जूनवाल, श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी व पुरोहित आदि उपस्तिथ थे। बताया जाता है कि अब प्रतिदिन 22 ब्राह्मणों द्वारा लघुरुद्र का पाठ किया जायेगा, जो प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों के माध्यम से संपन्न किया जाएगा।

सोमयाग का भी हो रहा आयोजन
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी राम शर्मा ने बताया कि मंदिर के परिसर में हवनात्मक सोमयाग साथ साथ ही 10 मई 2024 तक नंदी हाल में अभिषेकात्मक महा-रुद्राभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। महारुद्राभिषेक के दौरान महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी- पुरोहितों द्वारा सोमयाग हेतु महाराष्ट्र के जिला सोलापुर के कासारवाडी तालुका बर्शी के मुर्धन्य विद्वान व यज्ञाचार्य पं. चैतन्य नारायण काले व उनके सहयोगी चारों वेदो के श्रौत विद्वानों ऋत्विको (ब्राह्मण) के द्वारा किया जा रहा है।

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