महाकाल की नगरी उज्जैन से चलेगा एमपी सरकार का धर्मस्व विभाग

उज्जैन। महाकाल की नगरी से अब एमपी सरकार का धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का संचालन किया जाएगा। विभाग के स्थानांतरित आदेश के बाद धर्मस्व विभाग का कार्यालय उज्जैन के कोठी रोड पर स्मार्ट सिटी के कार्यालय में बनकर तैयार हो चुका है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का कार्यालय स्मार्ट सिटी कार्यालय के परिसर में लगेगा। इसमें ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर कार्यालय को बनाया गया है, जिसमें 2 मीटिंग हाल, 8 रूम और लॉबी भी है। इसमें संचालक के पद पर उज्जैन संभाग के संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, संयुक्त संचालक एक, उप संचालक एक, दो सहायक संचालक, सहायक यंत्री एक, लेखा अधिकारी एक, अधीक्षक एक, उपयंत्री, सहायक ग्रेड 1 अधिकारी एक, सहायक ग्रेड 2 एक पद, सहायक ग्रेड 3 के दो पद, स्टेनो एक, टाइपिंग स्टेनो एक, ऑपरेटर एक और प्यून 6 का पद रहेगा। सभी अधिकारी कर्मचारी जो की भोपाल में पदस्थ थे वे उज्जैन आ गए है। भोपाल ऑफिस से जरूरी सामान भी उज्जैन कार्यालय में शिफ्ट हो चुका है। कार्यालय के लिए नया फर्नीचर मंगवाया गया है। रंगरोगन के बाद दोनों फ्लोर से संभावित 5 अगस्त से ये संचालित होना शुरू हो जाएगा।

धार्मिक न्यास कार्यालय में ये हुए पदस्थ
संचालनालय धार्मिक न्यास, धर्मस्व विभाग और संचालक मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के कार्यालय को 22 अधिकारी-कर्मचारी संभालेंगे। जिसमें संचालक के रूप में उज्जैन कमिश्नर संजय गुप्ता, संयुक्त संचालक डॉ पीएस मालवीय, उप संचालक मनीष तिवारी, सहायक संचालक प्रज्ञा गीते और सौरभ बंसल, लेखा अधिकारी महेश शर्मा, अधीक्षक नरेंद्र नागर, सहायक ग्रेड 3 के पद पर सुरेंद्र रैकवार के नाम सामने आए हैं, बाकी के अधिकारी कर्मचारी भी जल्द ही अपना अपना चार्ज लेंगे। धर्मस्व विभाग के कार्यालय में प्रदेश के बड़े मंदिरों के फोटो लगाए जायेंगे। इसमें कई धर्मिक किताबें भी उपलब्ध होगीं। कार्यालय का उदघाटन पहले संचालक के पद पर संजय गुप्ता ने 18 जुलाई को पदभार ग्रहण कर लिया है। जिसके बाद उन्होंने चिंतामण गणेश मंदिर, गढ़कालिका माता मंदिर, हरसिद्धि माता मंदिर और भतृर्हरि गुफा का दौरा कर सिंहस्थ 2028 के दृष्टिगत मंदिरों का थीम बेस्ड हेरिटेज डेवलपमेंट की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। गुप्ता ने कहा कि मंदिरों के नैसर्गिक आध्यात्मिक भाव को केंद्र में रखकर आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं के दर्शन भक्ति भाव के वातावरण में सुगमता से हो सके। मंदिरों के विकास में मंदिरों के मूल स्वरूप में बदलाव न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।

ये बड़े मंदिर समिति मंडल और संस्था कार्यालय के अधीन

  • श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन
  • सलकनपुर देवी मंदिर
  • शारदा देवी मंदिर मैहर
  • श्री गणपति मंदिर खजराना इंदौर
  • भूतपूर्व भोपाल रियासत की मंदिर भोपाल
  • लक्ष्मण बाग समिति रीवा
  • मंडलेश्वर जिला खरगोन
  • पशुपति नाथ मंदिर मंदसौर
  • ग्वारी घाट जबलपुर
  • बरमान नरसिंहपुर
  • कुण्डलपुर दमोह
  • जोगेश्वर नाथ दमोह

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन का भी संचालन होगा
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का संचालन भी उज्जैन कार्यालय से होगा। इसमें सिंधु दर्शन यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा, हिंगलाज देवी मंदिर यात्रा, ननकाना साहिब दर्शन, श्रीलंका का सीता मंदिर अशोक वाटिका, कम्बोडिया तीर्थ यात्रा के साथ ही मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध मेलों की व्यवस्था हेतु अनुदान भी इसी विभाग से स्वीकृत होगा।

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