महाकाल की रसोई से राहत, जरूरी काम छोड़े और जुट गए भोजन पैकेट्स तैयार करने में

Ujjain News: राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार में प्रतिदिन बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों को अब जरूरतमंदों के लिए पैकेट्स में रखा जा रहा है।

राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार में प्रतिदिन बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों को अब जरूरतमंदों के लिए पैकेट्स में रखा जा रहा है। बाबा महाकाल की रसाई से उन लोगों को राहत दी जा रही है, जो रोज कमाते और खाते थे, लेकिन अब कोरोना के संक्रमण से सुरक्षा हेतु शासन-प्रशासन के आदेश का पालन करते हुए घरों में कैद हैं। उनके बच्चों तक ये खाना पहुंचाने का कार्य शहर के विभिन्न संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता कर रहे हैं।

 

जरूरतमंदों के लिए आगे आई संस्थाएं

महाकाल अन्न क्षेत्र द्वारा जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन भोजन के पैकेट निर्माण कर प्रदाय किए जा रहे हैं। प्रशासक एसएस रावत के अनुसार अन्नक्षेत्र में लगभग 4000 पैकेट्स प्रतिदिन तैयार हो रहे हैं। जिन्हें मंदिर कर्मचारियों द्वारा ही तैयार किया जाता है। कोरोना संक्रमण के कारण लॉक डाउन से कई लोग जहां थे, वहीं रह गए हैं। इनके सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है, काम-धंधे बंद हैं। ऐसे जरुरतमंदों के लिए यह कार्य किया जा रहा है।

 

सेवाधाम ने बांटे एक हजार भोजन के पैकेट

सेवाधाम आश्रम निरन्तर 5 दिनों से नगर के जरूरतमंद, असहाय, पीडि़त और भूखे लोगों को जिला प्रशासन की निगरानी में भोजन पैकेट वितरण का कार्य कर रहा है। हेमन्त आगरकर के योगदान एवं आश्रम संस्थापक सुधीरभाई के निर्देशन में आश्रम के बच्चों, बुजुर्गों और निशक्तजनों द्वारा तैयार किए एक हजार पैकेट अपर कलेक्टर विदिशा मुखर्जी की निगरानी में वितरित करवाए। भोजन तैयार करने में कांता भाभी, मोनिका गोयल, गौरी गोयल, निकिता, प्रियंका, पूजा सहित बालगृह एवं बालिका गृह के बच्चों ने विशेष योगदान दिया। दांडी सेवा आश्रम बडऩगर के 50 बटुकों और साधुओं को भी 20 दिन का सूखा राशन प्रदान किया गया। आज तक सेवाधाम द्वारा 5000 जरूरतमंद तक भोजन वितरण कार्य किया गया।

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