- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
- भस्म आरती: बाबा महाकाल के दिव्य श्रृंगार और भस्म आरती के साथ गूंजा "जय श्री महाकाल"
- 25 दिसंबर को रिलीज़ से पहले 'बेबी जॉन' की टीम ने मांगा बाबा महाकाल का आशीर्वाद! उज्जैन में महाकाल मंदिर पहुंचे वरुण धवन और टीम, भस्म आरती में हुए शामिल
महाकाल के भक्तों को ई-बाइक की सुविधा:गोवा की तरह किराए पर मिलेगी शहर घूमने के लिए, 30 इलेक्ट्रिक बस भी चलेंगी; जल्द होगा टेंडर
महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालु को अब जल्द ही ई-बाइक किराए पर मिलने लगेगी। इसके लिए शुक्रवार को सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड की हुई बैठक में निर्णय लिया गया है। इसके तहत 150 ई-बाइक से इसकी शुरुआत की जाएगी। जिसे आगामी तीन माह में शुरू कर दिया जाएगा।
सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में तीन बड़े निर्णय लिए गए है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के चेयरमैन महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि महाकाल के भक्तों के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर संचालन होगा भक्त किराए पर ई-बाइक किराए पर ले सकेंगे साथ ही महाकाल लोक में एक ही ड्रेस कोड, एक ही कलर के ई-रिक्शा संचालन एवं सिटी ट्रांसर्पोट में चीफ ऑपरेटिंग आफिसर की नियुक्ति के प्रस्ताव के साथ शहर में बढ़ती हुई श्रृद्धालुओं की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए नगरीय एवं उपनगरीय क्षेत्र के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसे क्रय करने के लिए जीसीसी मॉडल पर संचालन किये जाने के प्रस्ताव तैयार कर प्रथम फ़ेज में 30 इलेक्ट्रिक बसे क्रय कर 20 बसे शहरी मार्गो पर एवं 10 बसे अंर्तशहरी नेट कास्ट मॉडल पर चलाने हेतु प्रस्ताव शासन को भेजने पर सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई है।
ऐसे मिलेगी ई-
बाइकमहापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि पीपीपी योजना अंतर्गत इलेक्ट्रिक स्कूटर का संचालन करने के लिए निविदा जारी की जायेगी। हरी फाटक के पास मेघदूत वन वाली खाली पड़ी जमीन पर चार्जिंग स्टेशन और ई-बाइक की पार्किंग बनाएंगे। पूरा काम ठेके पर दिया जाएगा। उज्जैन घूमने वाले श्रद्धालु ई-बाइक को रेंट पर लेकर वापस यही पर जमा करके जाएंगे। नगर निगम ठेकेदार को जगह उपलब्ध करवाएगा। इससे निगम की आय भी होगी और श्रद्धालुओं को सुविधा भी मिलेगी।