महाकाल मंदिर में पांच घंटे के भीतर 75 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए

नए साल की शुरुआत: ठंड पर आस्था भारी, देवस्थानों पर उमड़े श्रद्धालुउज्जैन। मंदिरों की नगरी उज्जैन में शनिवार को नए साल की धूम रही। महाकाल मंदिर में भगवान शिव की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु आतुर दिखाई दिए, तो अन्य देवस्थानों पर भी दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े।

नए साल के पहले दिन बाबा महाकाल के दर्शन करने पूरे देश से श्रद्धालु पहुंचे। सुबह 6 बजे आम दर्शन के लिए मंदिर के पट खोलने के बाद ५ घंटे के भीतर ही ७५ हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए।महाकाल मंदिर में हर बार साल के पहले दिन हर इतनी अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, यहां भीड़ नियंत्रण के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे, लेकिन श्रद्धालुओं के सैलाब के आगे सारे प्रबंध बौने साबित हो गए। शनिवार की सुबह वैष्णोदेवी मंदिर में हादसे की खबर के बाद प्रशासन, पुलिस और मंदिर प्रबंध समिति ने श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी। मंदिर प्रशासन नहीं जागा। चारधाम मंदिर के सामने से ही बैरिकेटिंग कर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा था।

मंदिर समिति के तमाम प्रयासों के बाद भी मंदिर परिसर और मंदिर के बाहर कोविड नियमों का उल्लंधन होता रहा। हजारों की संख्या में मंदिर पहुंचे श्रद्धालु एक-दूसरे से सट कर चल रहे थे। अधिकांश ने मास्क भी नहीं लगाया था। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में नववर्ष के पहले दिन मंदिर में हजारों की संख्या में भक्तों ने महाकाल के दर्शन कर अपने नए साल की शुरुआत की और बाबा महाकाल से सफलता और सुख शांति की प्रार्थना की। साल के पहले दिन की शुरुआत लोग अपने अपने अंदाज में करते हैं ऐसे में हजारों की तादाद में श्रद्धालु जो अपने नए साल की शुरुवात देवालयों में देव आराधना से करते हैं, इसी को लेकर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर लाइन लगाकर खड़े रहे।

चिंतामन गणेश मंदिर
पुजारी पं. शंकर गुरु ने बताया कि हर शुभ कार्य की शुरुआत गजानंद गणपति की पूजन के साथ होती है। नए साल की शुरुआत भी भक्त चिंतामन गणेश के दर्शन के साथ करते हैं। शनिवार को नए साल के पहले दिन तड़के 4 बजे मंदिर के पट खोलने के बाद चिंतामन गणेश का पंचामृत अभिषेक पूजन कर पूर्णस्वरूप में आकर्षक श्रृंगार किया गया। इसके बाद महाप्रसादी का भोग लगाकर आरती की। मंदिर के गर्भगृह में नारियल व प्रकृतिक फूलों से विशेष सजावट की गई है।

हरसिद्धि मंदिर
देश के 52 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में सुबह माता हरसिद्धि का अभिषेक पूजन किया गया। शनिवार शाम को भक्तों के सहयोग से दीपमालिका सजाई जाएगी। बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए उमड़ेंगे।

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