- भस्म आरती: श्री महाकालेश्वर भगवान का भांग, चंदन और सिंदूर से किया गया दिव्य श्रृंगार!
- उज्जैन में मुन्ना भाई MBBS की गैंग सक्रिय! 10वीं-12वीं प्री-बोर्ड के पेपर 2 घंटे पहले लीक, सोशल मीडिया पर हुए वायरल; शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल।
- मदिरा प्रेमियों को बड़ा झटका! मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थलों पर जल्द लागू होगी शराबबंदी, CM यादव ने की घोषणा
- मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा का स्थापना दिवस आज, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दी बधाई...
- भस्म आरती: भगवान महाकाल का पंचामृत कर सालासर बालाजी स्वरूप में किया गया दिव्य श्रृंगार!
मेला देखकर जा रहे पांच दोस्तों की कार बिजली के पोल से टकराकर गड्ढे में गिरी, 1 की मौत, 4 घायल
उज्जैन। बीती रात तराना के 5 दोस्त मेला देखने उज्जैन आये थे और यहां से अपनी कार में सवार होकर घर लौटते समय कानीपुरा के आगे कार असंतुलित होकर बिजली के पोल से टकराते हुए गड्ढे में जा गिरी। दुर्घटना में एक युवक की मृत्यु हो गई जबकि 4 घायल हैं जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जाती है। चिमनगंज पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
शादाब पिता मुबारिक 22 वर्ष निवासी नयापुरा तराना अपने दोस्त शाहरूख, श्याम पाटीदार, शुभम, जुनैद सभी निवासी तराना के साथ कार क्रमांक एमपी 09 सीजी 6022 में सवार होकर उज्जैन में कार्तिक मेला देखने आया था। यहां मेला देखने के बाद रात करीब 12.30 बजे पांचों दोस्त कार से तराना लौट रहे थे उसी दौरान कानीपुरा के आगे अंधे मोड़ पर तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे बिजली के पोल से टकराकर गड्ढे में जा गिरी।
दुर्घटना में शादाब की मृत्यु हो गई जबकि उसके चारों दोस्त घायल हो गये जिनमें से श्याम व शाहरूख की हालत गंभीर बताई जाती है। शादाब के परिजनों ने बताया कि श्याम पाटीदार तराना में आटो पार्ट्स की दुकान संचालित करता है जबकि चारों दोस्त गैरेज मैकेनिक हैं, कार श्याम पाटीदार चला रहा था और कार भी उसी की है। पुलिस ने बताया कि कार की रफ्तार अधिक थी और संभवत: किसी को बचाने के चक्कर में दुर्घटना हुई होगी।
तीन दिन पहले भी हुई थी दुर्घटना
तीन दिनों पहले तराना में गमी के कार्यक्रम से लौटते समय जायलो वाहन इसी मोड़ पर अनियंत्रित होकर बिजली के पोल से टकराते हुए गड्ढे में पलटी थी। इसमें महिला की मौते होने के साथ दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए थे।
न स्पीड ब्रेकर और न संकेतक
200 मीटर से अधिक लंबा कानीपुरा के आगे स्थित अंधे मोड़ पर किसी भी जगह न तो स्पीड ब्रेकर है और न ही यातायात संकेतक लगाये गये हैं जिससे वाहन चालकों को आगे के मोड़ की जानकारी नहीं होती। खास बात यह कि रात के समय स्ट्रीट लाइट भी नहीं रहने से यहां अंधेरा रहता है।