मॉडल पुराने, नहीं लग सकते स्पीड गवर्नर, शहर में बंद की सिटी बसें

उज्जैन | नगर निगम की सिटी बसें शहर में चलना बंद हो गई हैं। इन बसों में स्पीड गवर्नर लगाने हैं लेकिन बस बनाने वाली कंपनी ने स्पीड गवर्नर लगाने से इनकार कर दिया है। आरटीओ से परमिट के लिए स्पीड गवर्नर लगाने जरूरी है। परमिट नहीं मिलने से निगम ने बसों का संचालन बंद कर दिया है। अब निगम कमिश्नर व आरटीओ की बैठक होगी। इसमें निगम बताएगा कि बसों में स्पीड गवर्नर नहीं लग सकते। सिटी बसों को इस शर्त में राहत देकर परमिट जारी किए जाएं। यदि आरटीओ बिना स्पीड गवर्नर की बसों को परमिट दे देते हैं तो बसों का संचालन शुरू होगा।

आरटीओ ने शहर में चलने वाली स्कूल व सिटी बसों में स्पीड गवर्नर अनिवार्य कर दिया है। इसके बिना बसों को परमिट जारी नहीं किए जा रहे। नगर निगम की कंपनी उज्जैन सिटी बस सर्विसेस लिमिटेड शहर में 30 सीएनजी बसें चलाती है। इन बसों को नए परमिट जारी करने के पहले स्पीड गवर्नर लगाने जरूरी है। निगम ने स्पीड गवर्नर लगाने के लिए बसों को कंपनी के इंदौर स्थित वर्कशॉप भेजा है। कंपनी ने निगम को पत्र देकर स्पीड गवर्नर लगाने से इनकार कर दिया है। कंपनी का कहना है जिस मॉडल की बसें नगर निगम को सप्लाई की हैं, उस मॉडल की बसें कंपनी अब नहीं बनाती। स्पेयर पार्ट्स उपलब्ध नहीं होने से उक्त बसों में स्पीड गवर्नर नहीं लगाए जा सकते। कंपनी के इनकार से निगम की मुश्किल बढ़ गई है क्योंकि शहर में सीएनजी बसें चलाने का नया ठेका हुआ है।

जल्द ही बैठक कर निकालेंगे रास्ता
सिटी बसों में स्पीड गवर्नर नहीं लगने से बसों का संचालन रोक दिया है। कंपनी ने स्पेयर पार्ट्स नहीं होने से स्पीड गवर्नर लगाने से इंकार कर दिया है। इन बसों को चलाने के लिए अब आरटीओ से विशेष अनुमति ली जाएगी। जल्दी ही बैठक कर रास्ता निकालेंगे।

विशालसिंह चौहान, अपर आयुक्त, नगर निगम

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