मौत से पहले स्टेटस किया अपडेट:UDA के ड्राइवर ने खुद के स्टेटस पर लिखा- योगेश भाई नहीं रहे

नानाखेड़ा क्षेत्र के जवाहर नगर में रहने वाले उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) के ड्राइवर युवक ने अपनी 12 बोर लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। गोली मारने के पहले उसने सोशल मीडिया पर स्टेटस अपडेट किया कि योगेश भाई नहीं रहे, आज अपनी लाइसेंसी बंदूक से जीवन लीला समाप्त कर ली। जीवन में बहुत संघर्ष करो, लेकिन अपनी जिंदगी से हार गए। ग्रुप पर स्टेट्स देख अधिकारी ने तत्काल उसके दोस्त को घर भेजा, जहां वह खून से सना बिस्तर पर पड़ा था। दोस्त को देख बोला- भाई अब तो जो करना था कर लिया। एक बार मां से मिलवा दे। दोस्त उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि योगेश नशे का आदी था, उसे इसे लेकर कोई बोलता तो वह गुस्सा हो जाता था। एक बार पहले भी उसने ऐसी कोशिश की थी। घटना के समय मृतक ने पत्नी और बच्चे को कुछ कागज लाने भेज दिया था।

यह है पूरा घटनाक्रम

मृतक के दोस्त ब्रजमोहन यादव ने बताया कि योगेश सेन मुझे आज पान की दुकान पर मिला था। उसकी तबीयत खराब होने पर पुष्पा मिशन हॉस्पिटल में भर्ती हुआ था। इलाज के बाद वह छुट्टी लेकर वापस आ गया था। उसने कहा थोड़ा सीने में दर्द है और तबीयत ठीक नहीं है, बस इतनी हमारी बात हुई। पान की दुकान से हम दोनों अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए। थोड़ी देर बाद पांडेय सर का मैसेज आया कि योगेश ने मोबाइल पर कुछ लिखकर मैसेज डाला है। योगेश ने मैसेज डाला था कि योगेश भाई नहीं रहे, आज अपनी लाइसेंसी बंदूक से जीवन लीला समाप्त कर ली। जीवन में बहुत संघर्ष करो, लेकिन अपनी जिंदगी से हार गए।

सर बोले, उसे कॉल करो। मेरा तो उठा नहीं रहा है। मैंने लगाया तो मेरा भी नहीं उठाया। इस पर मैं तत्काल योगेश के घर पहुंचा, दरवाजा लगा था और गाने बज रहे थे। इस पर मैंने खिड़की से झांककर देखा तो जहां कमरे में खून फैला था। इस पर मैंने दरवाजे को धकाया तो वह खुल गया। मैं उसके पास पहुंचा और पूछा तूने यह क्या किया तो बोला… कुछ नहीं यार भाई.. मुझे माफ करो और मेरी मां से मिलवा दो। मैंने आत्महत्या कर ली है। उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचा।

सोशल मीडिया पर स्टेटस अपडेट किया- मैं सुसाइड कर रहा हूं

यादव ने बताया योगेश ने अपनी 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारी है। योगेश उज्जैन प्राधिकरण में ड्राइवर था। वह 2003 से यहां काम कर रहा था। विवाद और लेने-देन के बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। उनके पारिवारिक विवाद के बारे में भी मुझे कुछ नहीं पता है। योगेश के पास पिछले 5 सालों से लाइसेंसी बंदूक थी। वहीं, एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने बताया कि मृतक योगेश सेन है, जो प्राधिकरण में ड्राइवर है। उसने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर स्टेटस अपडेट किया कि में आत्महत्या कर रहा हूं, जिसके तत्काल बाद UDA के उनके साथी मौके पर पहुंचे और हमें सूचित किया। पुलिस के साथ ही FSL की टीम भी मौके पर पहुंची और बारीकी से जांच की। प्रारंभिक जांच में मामला पारिवारिक विवाद का सामने आ रहा है। घटना से पहले योगेश ने पत्नी, बच्चे को कुछ कागज लेने के लिए कहीं भेज दिया था। इसके बाद अपनी लाइसेंसी बंदूक से घटना को अंजाम दिया।

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