मौसम विभाग ने किया अलर्ट, शीत लहर की चपेट में रहेंगे ये जिले, एक बार फिर कड़ाके की ठंड का दौर

उज्जैन और शाजापुर में एक बार फिर से ठंड बढ़ सकती है।

उज्जैन. मध्यप्रदेश में एक बार फिर से कड़ाके की ठंड ने लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। छिंदवाड़ा, मलांजखण्ड, सिवनी, खजुराहो, टीकमगढ़, बैतूल, भोपाल, शाजापुर, उज्जैन एवं गुना में शीत लहर देखने को मिली। वहीं, रीवा, जबलपुर, सिवनी, सागर, बैतूल, धार एवं खरगौन जिले में भी शीत लहर का प्रभाव रहा। प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रीवा, बैतूल, रायसेन एवं उमरिया में दर्ज किया गया।

उत्तर पश्चिमी भारत में शुष्क ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण मध्य प्रदेश के कई जिलों में शीत लहर की स्थिति बनी हुई है। अगले 2 दिनों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। अगले 3 दिनों के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश में 2-4 डिग्री सेल्सियस तापमान न्यूनतम में वृद्धि संभावना है।

 

क्या है पश्चिमी विक्षोभ

मानसून के बाद की अवधि (अक्टूबर और नवंबर) एवं सर्दियों का मौसम (दिसंबर से फरवरी) के दौरान मध्य अक्षांश की वेस्टरलीज़ उष्णकटिबंधीय क्षेत्र की ओर विस्थापित (शिफ्ट) होती हैं। इन वेस्टरलीज़ (पश्चिमी हवाओं) में निम्न दबाव प्रणालियां होती हैं। पूर्व की ओर बढ़ते हुए ये निम्न दबाव प्रणाली हिमालय पर मौसम का कारण बनती हैं। ये सिस्टम भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर में उत्पन्न होतें है। मध्य-अक्षांश के तापमान की तुलना में ये हवाएं उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र के उच्च तापमान पर आती हैं। अंतर हीटिंग के कारण, वर्स्टरली ( पश्चिमी हवाओं ) का प्रवाह विच्छिप्त हो जाता है। इसे पश्चिमी विक्षोभ के रूप में जाना जाता है। सर्दियों के मौसम के दौरान, बादलों और वर्षा (वर्षा) दिखाई देती है।

 

क्या कहना है मौसम वैज्ञानिक का ?

मौसम विशेषज्ञ एसके नायक के अनुसार, शाजापुर में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री रहा। प्रदेश के 15 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। सोमवार से तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है।

 

बारिश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश के शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी और मंडला क्षेत्र में ठंड के चलते नमी बढ़ने लगी है। इसलिए इन इलाकों में मध्यम और हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर प्रदेश के कई इलाके कड़ाके की ठंड की चपेट में आ सकते हैं।

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