युद्ध यूक्रेन और रूस के बीच…चिंता उज्जैन में भी

यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे उज्जैन के बच्चों ने अक्षर विश्व को सुनाया आंखों देखा हाल

नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे है कई बच्चे

उज्जैन। (कैलाश शर्मा)। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध ने उज्जैन के अनेक अभिभावकों की चिंता में डाल रखा हैं। दरअसल अपने शहर अनेक बच्चें यूक्रेन की यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहें हैं।

उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित माता-पिता लगातार फोन पर बात करने के साथ उनकी जानकारी प्राप्त कर रहें हैं। यूक्रेन में भारत के लगभग 20 हजार से अधिक बच्चे अलग-अलग विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं। युद्ध के बीच मीडिया में आ रही खबरों को देखकर भारतीय बच्चों के माता पिता चिंतित हैं, बच्चों से वापस आने के लिये बार-बार फोन पर संपर्क कर रहे हैं,

मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले उज्जैन निवासी कुछ बच्चों ने अपने माता-पिता, परिजनों को फोन पर अवगत कराया है कि शहरों में हालात सामान्य है। वहां के सारे माल खुले हुए है। खतरे को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा के लिए वहां पर बंकर बना दिए है। देश में इमरजेंसी लागू कर दी गई हैं।

आर्मी लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। हमारे टीचरों ने हमसे खाने का सामान भी साथ रखने के लिए कहा है,। जिससे युद्ध की स्थिति में कभी भी पर बंकर में जाने पर परेशानी ना हो। अनेक छात्र ऐसे है, जो भारत जाना चाहते है पर वे उड़ान का टिकट नहीं खरीद सकते है। वह ज्यादा किराया नहीं दे सकते है। एक छात्र ने बुधवार को सुबह उड़ान के टिकटों की जांच की तो यह 60,000 रुपये था। कुछ मिनट बाद, यह 68,000 रुपये था। इस बीच यूक्रेन सरकार ने मार्शल लॉ लागू कर दिया हैं। इसी स्थिति में सभी उडानें रोक दी गई हैं।
टर्नोपिल शहर में रहने वाले उज्जैन के विद्यार्थियों ने बताए अपने हाल…

एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन के शहर टर्नोपिल नेशनल यूनिर्वसिटी मेडिकल कॉलेज में उज्जैन के आशी शर्मा निवासी फ्रीगंज, शिवानी शर्मा नईपेठ, ओपिल जैन खड़े हनुमान, अनुष्का यादव मक्सी रोड, मेघा शिवाजी पार्क कॉलोनी, विनीत मूसले सेठी नगर रहते हैं। जिन्होंने बताया कि टर्नोपिल शहर बार्डर से ठीक अपोजिट साइड है। युद्ध के हमले से फिलहाल टर्नोपिल शहर अछूता है। गुरुवार के पहले तक जनजीवन सामान्य दिनों की तरह चल रहा था। स्कूल, कॉलेज भी खुले थे। लेकिन रुस द्वारा हमला किए जाने के बाद देश में मार्शल लॉ लागू होने से सख्ती हो गई हैं।

इंडियन एम्बेसी ने कहा था… जिन्हें भारत जाना है चले जाएं

टर्नोपिल नेशनल यूनिर्वसिटी मेडिकल कॉलेज यूक्रेन में अध्ययनरत आशी शर्मा ने बताया कि युद्ध जैसे हालात बनने पर यूक्रेन की इंडियन एम्बेसी ने एडवाइजरी जारी कर भारतीयों से कहा है कि जिन्हें भारत जाना है चले जाएं। युद्ध प्रारंभ होने के पहले भारत लौटने के लिये फ्लाइट सुविधा तो है लेकिन किराया दो गुना हो गया है।

फ्लाइट टिकिट भी कितने समय में कंफर्म होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है। आशी शर्मा ने बताया कि अकेले टर्नोपिल शहर में भारत के एक हजार से अधिक विद्यार्थी हैं। आशी ने बताया कि उज्जैन में रहने वाले माता-पिता दिन में तीन-चार बार कॉल कर हालात के बारे में पूछते हैं, बार-बार एक ही बात कहते हैं हमें डर लग रहा है वापस भारत लौट आओ। जब हालात सामान्य हो जाएं तो आगे की पढ़ाई के लिये लौट जाना।

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