- Ujjain: बैकुंठ चतुर्दशी आज, गोपाल मंदिर पर होगा अद्भुत हरि-हर मिलन; भगवान विष्णु को जगत का भार सौंपेंगे बाबा महाकाल
- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
- Tulsi Vivah: आखिर क्यों भगवान विष्णु को लेना पड़ा शालिग्राम स्वरूप? पढ़ें ये पौराणिक कथा
- भस्म आरती: भगवान गणेश स्वरूप में किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, चारों ओर गूंजे जय श्री महाकाल के जयकारे
- अखिल भारतीय कालिदास समारोह 12 से 18 नवंबर तक, उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने किया समारोह शुभारंभ; कलाकारों को दिए कालिदास राष्ट्रीय अलंकरण सम्मान
राजू द्रोणावत हत्याकांड में खुलासा:सात लोगों ने लिखी थी हत्याकांड की स्क्रिप्ट
मुंगी तिराहे पर 4 मई को राजू द्रोणावत की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सनसनीेखेज हत्याकांड में माधवनगर पुलिस ने रविवार को गुमानदेव हनुमान क्षेत्र के धर्मेेद्र सिसोदिया को पकड़ा। धर्मेद्र ने कबूला कि बाबू भारद्वाज ने राजू को मारने की योजना बनाई थी जिसमे कुल सात लोग शामिल थे पुलिस ने तीन अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दिन दहाड़े हुई हत्या को लेकर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। धर्मेंद्र के हाथ आने के बाद उसने पुलिस को बताया कि हत्या की साजिश 2 अप्रैल को बाबू भारद्वाज ने बनाई थी। हत्याकांड में उसके साथ हीरा नगर का जीतेंद्र उर्फ जीतू गुर्जर, प्रकाश नगर का विजय,श्रीराम नगर का राजू कांटे, ढांचा भवन का राकेश चतुर्वेदी, महाशक्ति नगर का दीपेश पांडे भी शामिल थे। जानकारी मिलते ही टीआई मनीष लौधा ने तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जिन्हे कोर्ट में पेश किया गया सभी को 11 मई तक रिमांड पर सौप दिया है।
हत्या के कई कारण –
हत्याकांड में कई कारण सामने आ रहे है। दरअसल पहले दो लोग हत्याकांड में आरोपी थे अब बढ़कर सात हो चुके है और हत्या के पीछे सभी का अपना अपना मोटिव था। बाबू को पता चला कि प्रापट्री का धंधा करने वाला राजू कांटे का भी द्रोणावत से विवाद है। डंपर संचालक राकेश चतुर्वेदी व बिल्डिंग मटेरियल बेंचेन वाला दीपेश पांडे की भी द्रोणावत से लेन-देन को लेकर रंजिश है। इस पर वह विजय के द्वारा कांटे से मिला। चतुर्वेदी व पांडे को भी साथ मिलाया और दो अप्रैल को सातों ने मिलकर द्रोणावत की हत्या करना तय किया। इसी के चलते बाबू ने धर्मेद्र व जीतू को 10-10 हजार रुपए दिए। चतुर्वेदी व पांडे ने बाइक, मोबाईल का इंतजाम कर दिया और कांटे द्रोणावत की रैकी करने लगा। इसके बाद 4 मई को दोपहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई