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रुद्रसागर में 12 महीने में बन जाएगा आर्च ब्रिज:पर्व-त्योहार पर महाकाल दर्शन के बाद सीधे हरसिद्धि मार्ग पर पहुंच सकेंगे श्रद्धालु, सामान्य दिनों में पैदल आवागमन होगा
महाकालेश्वर के दर्शनार्थियों को आवागमन की सुविधा के लिए बड़े रुद्रसागर पर आर्च ब्रिज बनाया जाएगा। सामान्य दिनों में इस ब्रिज का उपयोग श्रद्धालुओं के आने-जाने के साथ शाम को लाइट एंड साउंड शो देखने में भी हो सकेगा। ब्रिज के बीच 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था ब्रिज पर की जाएगी। पर्व-त्योहार अधिक भीड़ की स्थिति में इसका उपयोग दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को सीधे हरसिद्धि मार्ग पर पहुंचाने के लिए किया जाएगा। ब्रिज को मंदिर और महाकाल लोक की निर्माण कला के अनुरूप बनाया जाएगा, ताकि यह महाकाल लोक का हिस्सा ही दिखाई दे। यह ब्रिज कैसा बनेगा, इसकी तस्वीर भास्कर में पहली बार देखिए..।
500 लोग लाइट एंड साउंड शो देख सकेंगे, सेल्फी प्वॉइंट भी
स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री नीरज पांडे व आर्किटेक्ट कुसुम पैकरा के अनुसार 20 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला यह ब्रिज 200 मीटर लंबा और 7 मीटर चौड़ा होगा। इसके बीच में गोलाकार 19 मीटर चौड़ाई रहेगी, जहां से श्रद्धालु रुद्रसागर को निहारने के साथ वहां से सेल्फी ले सकेंगे और महाकाल मंदिर के शिखर के दर्शन भी कर सकेंगे। यहां शाम को 500 लोग बैठकर लाइट एंड साउंड शो भी देख सकेंगे। आपात स्थिति में इसका उपयोग इमरजेंसी वाहनों, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि के आवागमन के लिए भी हो सकेगा।
भीड़ की स्थिति नियंत्रित करने के लिए ब्रिज का उपयोग किया जाएगा
महाकाल मंदिर में प्रवेश और निर्गम के लिए परिसर में अलग-अलग द्वार हैं। अभी श्रद्धालु दर्शन के बाद निर्गम द्वार से उसी मार्ग पर पहुंचते हैं, जहां से मंदिर में जाने के लिए श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में ज्यादा भीड़ की स्थिति में निर्गम के बाद श्रद्धालुओं को अन्य रास्ते से हरसिद्धि मार्ग पर पहुंचाने के लिए बड़े रुद्रसागर पर पैदल ब्रिज बनाया जाएगा।
पांडे के अनुसार ब्रिज के निर्माण के लिए रुद्रसागर का एक फीट पानी कम किया जा रहा है तथा मिट्टी डालकर आने-जाने का रास्ता बना रहे हैं। इसके बाद ब्रिज के पिलर्स के लिए पाइल का काम शुरू होगा। ब्रिज के नीचे बेस भी बनाया जाएगा। यह काम 12 महीने में पूरा होगा।