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रैंकिंग जारी:10 लाख तक की आबादी वाले रहने लायक शहरों में उज्जैन 33वें नंबर पर
केंद्र सरकार ने इज ऑफ लिविंग और म्युनिसिपल परफार्मेंस इंडेक्स 2020 की रैंकिंग गुरुवार को जारी कर दी। इस सर्वे में 111 शहरों को शामिल किया गया था। इनमें 63 शहर 1 से 10 लाख की आबादी वाले तथा 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले 51 शहर हैं। 1 से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में इज ऑफ लिविंग में उज्जैन 33वें नंबर पर है और म्युनिसिपल परफार्मेंस इंडेक्स (नगर निगम) में 19वें स्थान पर है।
प्रदेश में 1 से 10 लाख की आबादी वाली श्रेणी में हमारे शहर से अच्छा 25वें नंबर का सागर है तथा पीछे सतना 61वें नंबर पर है। म्युनिसिपल परफार्मेंस कैटेगरी में नई दिल्ली 1 नंबर लेकर सबसे आगे है। मप्र का सागर 40वां व सतना 54वां तथा 10 लाख से ज्यादा आबादी वालों में 1 नंबर पर इंदौर, 3 पर भोपाल हैं। 34वें पर ग्वालियर व 43वें पर जबलपुर है।
केंद्र सरकार ने देश के स्मार्ट सिटी शहरों में रहन-सहन को मापने के लिए लोगों को मिलने वाली सुविधाओं, रोजगार, पर्यावरण, आर्थिक गतिविधियां और रहवासियों की धारणा को जाना था। इसी तरह निकायों की स्थिति के लिए वित्तीय प्रबंध, योजनाबद्धता, सेवाएं, तकनीकी उपयोग और गवर्नेंस की स्थिति जांची थी। इसके आधार पर रैंकिंग की गई है। इस रैंकिंग से यह पता चला है कि शहरों में किस तरह के सुधार की जरूरत है ताकि उन्हें मापदंडों के अनुसार ढाला जा सके। यहां रहने वालों को और ज्यादा अच्छा वातावरण दिया जा सके।
इस सर्वे में सामने आए तथ्यों से स्मार्ट सिटी मिशन और अन्य विकास योजनाओं को नई दिशा मिल सकेगी। इस सर्वे में सबसे अच्छी बात यह निकलकर आई है कि नागरिकों ने अच्छी भागीदारी की और अपने शहर के बारे में अच्छा फीडबैक दिया। सर्वे में मापदंडों पर आबादी के आधार पर रैंकिंग करने के साथ ओवरऑल स्थिति भी देखी गई है।
इज ऑफ लिविंग की ओवरऑल स्थिति में उज्जैन 37वें नंबर है और म्युनिसिपल परफार्मेंस इंडेक्स में 32वें नंबर पर। 2019 में केवल इज ऑफ लिविंग का सर्वे हुआ था। जिसमें उज्जैन की रैंक 67 थी। निगमायुक्त व स्मार्ट सिटी कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर क्षितिज सिंघल का कहना है कि हालांकि शहर की स्थिति काफी ठीक है। सर्वे के नतीजों का अध्ययन कराएंगे तथा कमियों को पूरा करेंगे।
ऐसे समझें हमारे शहर की स्थिति
मापदंड शिमला उज्जैन इंदौर
आर्थिक क्षमता 23 5 15 नागरिकों की धारणा 83 73 76 मूलभूत सुविधाएं 53 51 59 पर्यावरण, रोड, उद्यान 69 57 61
परफार्मेंस इंडेक्स में हमारा निगम
मापदंड दिल्ली उज्जैन इंदौर
वित्तीय स्थिति 65 51 69 योजनाबद्धता 36 27 68 सेवा-सुविधा 63 60 68 तकनीकी उपयोग 0 33 54 गवर्नेंस 51 38 65
पांच उपाय, जिनसे शहर की बढ़ेगी रैंकिंग
- गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए स्कूल भवन, सुविधाएं (स्मार्ट क्लास) व शिक्षा का वातावरण।
- स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल, सफाई, सड़क, परिवहन, स्वास्थ्य, खेल आदि सुविधाएं।
- सस्ती और प्रदूषण मुक्त ऊर्जा (सोलर) की उपलब्धता।
- उद्योग, व्यापार, रोजगार का विस्तार व सुविधाएं।
- पर्यावरण संरक्षण, हरियाली।