लंबे इंतजार के बाद भाजपा नगर कार्यकारिणी घोषित

पार्टी संविधान में तय संख्या से अधिक पदाधिकारी नियुक्त11-11 उपाध्यक्ष-मंत्री, गुट संतुलन की कोशिश, सिंधिया समर्थकों को भी स्थानउज्जैन।लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी की नगर कार्यकारिणी की घोषणा सोमवार देर रात की गई। इसमें तीन महामंत्री के अलावा 11-11 उपाध्यक्ष, मंत्री बनाए गए हैं। गुटीय संतुलन का ध्यान रखने के साथ ही कांग्रेस से बीजेपी में आए ६ नेताओं को भी स्थान दिया गया है।

भाजपा में नगर अध्यक्ष की घोषणा 2 वर्ष पहले हो चुकी थी लेकिन पदाधिकारियों के नामों को लेकर समन्वय और तालमेल नहीं बनने की वजह से नगर कार्यकारिणी की घोषणा लंबे समय से अटकी हुई थी। नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने सोमवार देर रात इसकी घोषणा कर दी। इसमें 11 उपाध्यक्ष 11 मंत्री और 3 महामंत्री के अलावा 1-1 दर्शन सत्कार प्रभारी, कोषाध्यक्ष, सह कोषाध्यक्ष, कार्यालय मंत्री, सहकार्यालय मंत्री, मीडिया प्रभारी, सहमीडिया प्रभारी और आईटी प्रभारी की नियुक्ति की गई है। खास बात यह कि कुछ समय पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले ६ से नेताओं को भी संगठन में जगह दी गई है। यह सभी सिंधिया समर्थक हैं।

प्रदेश अध्यक्ष का विशेष अधिकार
भाजपा में नगर एवं ग्रामीण इकाई के लिए संविधान और नियम अनुसार उपाध्यक्ष तथा मंत्री के लिए 8 पदों का प्रावधान है। इसके विपरीत भाजपा उज्जैन नगर इकाई में 11-11 उपाध्यक्ष- मंत्री नियुक्त कर दिए गए हैं। जानकारों के अनुसार भाजपा के संविधान नियम की धारा १५ की उपधारा ४ में प्रावधान है कि नगर/जिला कार्यकारिणी में विशेष परिस्थिति में अधिकत्तम ५ पदाधिकारियों को समायोजित किया जा सकता है। इसके विपरीत नगर इकाई में ६ पदाधिकारी नियुक्त कर दिए गए है।

इस संबंध में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता डॉ.सत्यनारायण जटिया का इस संबंध में कहना हे कि पार्टी के संविधान में प्रदेश अध्यक्ष को विशेष अधिकार हे कि वे नगर इकाई आवश्यकता अनुसार पदों की संख्या बढ़ा सकते है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजपालसिंह सिसौदिया के अनुसार उज्जैन बढ़ता हुआ शहर है। पार्टी के कार्य बढ़ते जा रहे है। ऐसे में पदाधिकारियों की संख्या में प्रदेश अध्यक्ष और संगठन की सहमति से संख्या में वृद्धि में कुछ भी गलत नहीं है।

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