लाइन पर आ रहा उज्जैन:7 हजार से ज्यादा के ई-चालान बने, सुधार दिखा तो नई सख्ती शुरू, अब बिना हेलमेट और 3 सवारी पर कार्रवाई

प्रमुख चौराहों पर लगाए गए अत्याधुनिक कैमरे अब बाइक पर बिना हेलमेट और तीन सवारी की भी पहचान करेंगे। कैमरों द्वारा खींची गई तस्वीरों का कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कंप्यूटरों में एनालिसिस होगा। इनके आधार पर उल्लंघन करने वालों के घर ई-चालान भेजेंगे।

स्मार्ट सिटी ने शहर के 16 प्रमुख चौराहों पर कैमरों से ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था लागू की है। इसमें अब तक रेड लाइट उल्लंघन, स्टॉप लाइन उल्लंघन, तेज रफ्तार के चालान बनाए जा रहे हैं। अब इस नए सिस्टम को और आधुनिक बनाया गया है। चौराहों पर तीन सवारी और बिना हेलमेट वालों को पुलिस रोक कर चालान नहीं बनाएगी। यह जैसे ही चौराहे से गुजरेंगे, कैमरे इनकी तस्वीर लेंगे और कम्प्यूटर को भेज देंगे। कम्प्यूटर में नया सॉफ्टवेयर तस्वीर का एनालिसिस करेगा।

बाइक पर बिना हेलमेट और तीन सवारी वालों की पहचान कर चालान के लिए देगा। तस्वीर के आधार पर संबंधित वाहन मालिक के घर ई-चालान पहुंच जाएगा। यह नया सॉफ्टवेयर स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के ट्रैफिक सिस्टम में अपलोड हो गया है।

पति-पत्नी और बच्चा है तो तीन सवारी नहीं मानेगा कैमरा

सॉफ्टवेयर को तीन सवारी की पहचान सिखाई है। बाइक पर पति-पत्नी और छोटा बच्चा है तो कैमरा उसे तीन सवारी नहीं मानेगा। चालक और पीछे बैठने वालों के हेलमेट की भी वह पहचान करेगा। हेलमेट हैंडल पर लगा रखा है तो वह इसकी भी पहचान करेगा।

कैप और पगड़ी से भी नहीं दिया जा सकेगा कैमरों को धोखा

कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कम्प्यूटरों में अपलोड नए सॉफ्टवेयर में ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट’ का उपयोग किया है। एजेंसी के विशेषज्ञ नीरज कुशवाह के अनुसार एआई के माध्यम से कैमरों को यह सिखाया गया है कि हेलमेट कैसा होता है और मानव सिर कैसा होता है। वयस्क का सिर किस आकार का होता है और बच्चे का किस आकार का। यदि कोई पगड़ी, कैप या कपड़ा सिर पर लगाकर निकलता है तो वह कैमरों को धोखा नहीं दे सकता। सिर पर यदि बाल नहीं है तो भी कैमरा उसे हेलमेट नहीं मानेगा।

चौराहे पर पुलिस की जरूरत नहीं

विशेषज्ञों का कहना है कि अत्याधुनिक कैमरों से ट्रैफिक की निगरानी शुरू हो जाने से अब चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस को खड़े रहने की जरूरत नहीं है। रेड लाइट उल्लंघन, स्टॉप लाइन उल्लंघन, बिना हेलमेट, तीन सवारी से संबंधित नियमों का पालन नहीं करने वालों को पकड़ने की जरूरत नहीं रहेगी। उनके घर सीधे चालान पहुंच जाएगा।

अब कार वाले भी आएंगे निगरानी में

विशेषज्ञों के अनुसार सॉफ्टवेयर जल्दी कार में बिना बेल्ट वालों की पहचान करेगा। कार चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले भी कैमरों की निगरानी में आएंगे। अभी कार से रेड लाइट उल्लंघन व स्टॉप लाइन उल्लंघन के चालान ही घर पहुंच रहे हैं।

7418 लोगाें के घर चालान पहुंचाए

नया ट्रैफिक सिस्टम चालू होने के बाद रेड लाइट, स्टॉप लाइन, जेब्रा क्रासिंग से संबंधित 7418 चालान उल्लंघन करने वालों को जारी हो चुके हैं। इनमें से 2651 वाहन मालिकों ने चालान जमा नहीं कराए हैं। करीब 1 हजार चालान डाक में रुके हुए हैं। करीब 700 चालान ऐसे हैं जिन पर पते गलत मिले हैं, उनके मोबाइल पर सूचना दी गई और नए पते पर चालान भेजे जा रहे हैं। भेजे गए चालानों में 75 फीसदी रेड लाइट और स्टॉप लाइन उल्लंघन के हैं।

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