लॉकडाउन में 1000 से अधिक लग्झरी गाडिय़ों के सौदे !

पुलिस को आशंका:गिरोह लॉबी बनाकर काम कर रहा

उज्जैन। कार बाजारों में एकाएक महाराष्ट्र-गुजरात पासिंग गाडिय़ां बड़ी संख्या में दिखने और उज्जैन पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद कुछ और जानकारियां सामने आने लगी है। बताया जा रहा है कि बीते लॉकडाउन की अवधि समेत बीते ६ माह में अन्य राज्यों की लगभग 1000 से अधिक लग्झरी गाडिय़ों के सौदे उज्जैन के कार बाजारों के माध्यम से हुए है। इसमें एक गिरोह लॉबी बनाकर काम कर रहा है। आशंका है कि एक्सीडेंटल गाडिय़ों के चैसिस नंबर चोरी की कारों पर चढ़ाकर बेचा जा रहा है।

शहर में संचालित कार बाजारों से जो महाराष्ट्र-गुजरात पासिंग 253 गाडिय़ां जब्त हुई। गाडिय़ों की एनओसी नहीं है। बुधवार शाम तक कई संचालक अन्य राज्यों की गाडिय़ों के पूरे दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाए। आशंका यह भी है कि अन्य राज्यों की एक्सीडेंटल गाडिय़ां भंगार में खरीदकर उनके चैसिस नंबर चोरी की कारों पर चढ़ाकर तो नहीं बेची जा रही है। वहीं सूत्रों का कहना है कि बीते 6 माह के दौरान 1000 हजार सेकेंड हेंड गाडिय़ों के सौदे उज्जैन में हुए है। इसमें अधिकांश गाडिय़ा अन्य राज्यों की थी।

अन्य राज्यों की गाडिय़ों का स्क्रेप

बुधवार को पुलिस ने पांच जगह गैरेज संचालकों के यार्ड पर दबिश, स्क्रेप में मिली कई गाडिय़ां अन्य राज्यों की हैं संचालकों से इनके दस्तावेज देने को कहा गया हैं। आशंका यहीं लग रही है कि इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है जो पहले एक्सीडेंटल गाडिय़ां बीमा कंपनी अथवा अन्य लोगों से भंगार में खरीदता है। फिर उक्त गाड़ी का चैसिस नंबर व रजिस्ट्रेशन नंबर उपयोग कर उसी मॉडल की चोरी की गाड़ी पर चढ़ाने के बाद कहीं उसे बेचने के लिए कार बाजार का उपयोग तो नहीं कर रहा। वहीं फाइनेंस की सीज की गाडिय़ां दो नंबर में भी यहां लाकर बेचने की संभावना है। महाराष्ट्र और गुजरात पासिंग 253 कार पुलिस ने जब्त की है। सभी गाडिय़ों को जब्ती में लेकर संबंधित कार बाजार में ही खड़ा करवा दिया। कई डीलर्स दस्तावेज प्रस्तुत करने में फिलहाल असफल रहें है।

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