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वाल्मीकी धाम पहुंचे संघ प्रमुख भागवत, उमेशनाथ से की गुप्त मंत्रणा
उज्जैन । ग्राम संगम कार्यक्रम समापन के बाद मंगलवार शाम आरएसएस प्रमुख डॉ.मोहन भागवत वाल्मीकि धाम पहुंचे। यहां बालयोगी उमेशनाथ से उन्होंने 21 मिनट गुप्त मंत्रणा की। उमेशनाथ ने कहा- आरक्षण खत्म न हों, उसे संरक्षण मिले। भागवत बोले- इस संबंध में चर्चा की जरूरत है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पहले समाधि पूजन किया। बालयोगी उमेशनाथजी महाराज का आशीर्वाद लेने के बाद दोनों के बीच दस मिनट खुले में चर्चा हुई। महाराज ने उन्हें वाल्मीकि धाम से जुड़ी दो कहानियां, कहानी सुनाई। संघ प्रमुख से कहा- सिंहस्थ में आपका इंतजार किया। सहज भाव से संघ प्रमुख बोले- सिंहस्थ में आने का प्रयोजन केवल स्नान करना था। संतों ने एक आयोजन कर बुला लिया तो चले गए। इसके पहले उन्होंने महाराज को नागपुर आने का आग्रह किया। इसके बाद दोनों उठकर कुटिया में चले गए। 21 मिनट बाद कुटिया से बाहर आकर संघ प्रमुख ने कहा- पता होता तो पहले ही आ जाता। कुटिया में यह चर्चा : महाराज ने कहा- जिन लोगों के लिए सामाजिक समरसता की बात हो रही है उनका क्या स्थान है पहले यह तय होना चाहिए। सामाजिक समरसता पर कथनी-करनी में अंतर खत्म होना चाहिए। संघ प्रमुख बोले- आने वाले समय में इसके लिए प्रयास करेंगे।
इससे पहले सिंहस्थ-16 में 11 मई को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी वाल्मीकि धाम आए थे। उन्होंने वाल्मीकि घाट पर सामाजिक समरसता को प्रचारित करते हुए संतों के साथ स्नान किया था। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सामाजिक समरसता की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। ग्राम संगम में एक बिंदू यह भी था। संगम के बाद भागवत ने इसकी शुरुआत कर दी। वे जब वाल्मीकि धाम पहुंचे, तो ऐसा ही लगा।