विधायक पारस जैन का बड़ा बयान:उम्रदराज जिताऊ केंडिडेड को पार्टी टिकट दे

लोकसभा चुनाव 2024 में तीसरी बार जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने करीब 9 माह पहले कई निर्णय लिए जिसमें 70 पर हो चुके नेताओ के टिकट काटने की बात भी सामने आई थी। उज्जैन उत्तर से विधायक पारस जैन ने अब इस बात को लेकर बयान बाजी की है और 70 प्लस से अधिक वाले जिताऊ केंडिडेड को टिकट देने की बात कही है। दरअसल 73 वर्षीय पारस जैन की टिकिट इस बार उम्र दराज होने के चलते खतरे में है। उनका ये बयान विधान सभा चुनाव की बिसात बिछने से पहले आया है।

भाजपा में उम्र दराज कैंडीडेट को चुनाव में टिकट नही देने के निर्णय को लेकर कई उम्र दराज विधायक व सांसद पर टिकट नही मिलने की तलवार लटक रही है। भाजपा में वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि नए और अच्छे लोगों को अब पार्टी टिकट देकर चुनाव में सामने लाएगी। भाजपा आला कमान के इस निर्णय को लेकर प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक पारस जैन से सवाल किया तो विधायक जैन ने स्पष्ट कहा जो उन्होने फैसला लिया था। उसके बाद उससे ज्यादा उम्र वाले लोगों को कहीं न कहीं पदाधिकारी बनाया है। बड़ी जवाबदारी भी दी है। इसलिए मुझे लगता है कि 75 वर्ष वाला निर्णय कंपल्सरी नही है। मेरा कहना है कि टिकट उन लोगों को देना चाहिए जो लोग फिट है, चुनाव जीत सकते है। जनता जिनको चाहती है। ऐसे लोगों को टिकट देने में कोई एतराज नही है। 77 वर्ष की उम्र तक पहुंच चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यनारायण जटिया को मौका देने के सवाल पर विधायक जैन ने कहा जो हमारे सीनियर और वरिष्ठ नेता को मौका दिया है तो मैं कहता हूं बहुत अच्छी बात है। यदि उनको मौका दिया है तो दूसरे लोगों को भी मौका मिलना चाहिए। उन्हे एक बार फिर मौका देने के सवाल पर जैन ने कहा पार्टी यदि टिकट देगी तो हम बराबर जीतेंगे। मुझे उम्मीद है कि जनता जिताएगी।

6 बार चुनाव जीते है पारस जैन

73 वर्षीय विधायक पारस चंद्र जैन मध्यप्रदेश विधानसभा में उज्जैन उत्तर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, वह वर्ष 1990, 1993, 2003, 2008 और 2013 और 2018 में उसी निर्वाचन क्षेत्र से 6 बार निर्वाचित हुए हैं। वह मध्य भारत में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। 2005 से 2018 तक, वह वन विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग सहित विभिन्न विभागों के लिए मध्य प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रहे हैं। वहीं 2016 के कैबिनेट में ऊर्जा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी। वर्ष 1998 पारस जैन कांग्रेस पार्टी के अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी राजेंद्र भारती से विधानसभा चुनाव हारे थे।

डॉ. जटिया की राजनीति में लंबी पारी रही

77 वर्षीय डॉ. सत्यनारायण जटिया 1972 में सक्रिय राजनीति में आए। उन्होंने 1977 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़कर जीत का स्वाद चखा। 1980 से वर्ष 2009 तक उन्होंने उज्जैन लोकसभा के लिए चुनाव लडऩा शुरू किया और सात बार सांसद बने। इस अवधि में उन्होंने विभिन्न विभाग संभाला। वर्ष 1998 से 2004 की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे। 2014 में वह राज्यसभा के लिए चुने गए थे। भाजपा ने अगस्त 2022 को संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का पुर्नगठन किया है। इसमें 6 नए सदस्यों में मध्य प्रदेश से डा.सत्यनारायण जटिया को सदस्य बनाकर उनका कद बढ़ाया गया है। उनको केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल किया गया है। वे एससी वर्ग से आते है।

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