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संक्रमितों के सामने नई समस्या:घरों में इलाज करा रहे परिजनों को नहीं मिल रहा फ्लो मीटर
पहले ही रेमडेसिविर, फेबिफ्लू टेबलेट, ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे कोरोना संक्रमित परिजनों के लिए अब एक ओर नई परेशानी खड़ी हो गई है। बाजार से ऑक्सीजन सिलेंडर पर लगने वाला फ्लो मीटर नदारद हैं। एक-एक मीटर के लिए लोग परेशान हो रहे हैं, मुंहमांगे दाम तक चुकाने को तैयार है, बावजूद 500 रुपए का यह उपकरण 4500 रुपए में भी उपलब्ध नहीं है।
समाजसेवी शरद जैन ने बताया उन्होंने और साथियों ने 6 बड़े सिलेंडर मरीजों की मदद के लिए खरीदे हैं, लेकिन फ्लो मीटर नहीं मिलने से वे चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे। नागदा में होटल को कोविड सेंटर में तब्दील करने वाले मोतीसिंह शेखावत ने बताया लगभग 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। फिलहाल ऑक्सीजन लाइन बिछ रही है। लेकिन फ्लो मीटर नहीं मिलने से लाइन में इसे इंस्टॉल नहीं करने से एक नई परेशानी खड़ी हो गई है।
गुजरात, कोलकाता, महाराष्ट्र तक की मैन्युफेक्चरिंग कंपनी से संपर्क किया मगर ऑर्डर देने पर वे भी 15 दिन की वेटिंग मांग रहे हैं। एक फ्लो मीटर 4 हजार से 4500 रुपए में डिलीवरी की बात कही जा रही है। इधर जिला अभिभाषक संघ की महिला अिधवक्ताओं ने सहयोग राशि एकत्र कर ऑक्सीजन सिलेंडर में लगने वाले फ्लो मीटर मशीन मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध करवाई है।
लोग श्मशान के लगाने लगे चक्कर
त्रिवेणी मोक्षधाम पर अमूमन 17 कोरोना संक्रमित मरीजों के शव प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। इससे दोगुना शव चक्रतीर्थ पर आ रहे हैं। मंगलवार को भास्कर टीम के सामने यहां व्यक्ति दिवंगत मरीज के परिजन से गुहार लगाते हुए कह रहे थे कि आपका मरीज तो चला गया, आपके पास ऑक्सीजन सिलेंडर हो तो हमें दे दो। जो भी किराया आप मांगोगे हम दे देंगे।