सरस्वती मंदिर में स्याही चढ़ाकर मांगा विद्या का वरदान

पानदरीबा स्थित सरस्वती मंदिर में पहुंचे सैकड़ों लोग, महाकालेश्वर को पीले और वसंती फूल चढ़े, शाम को गुलाल लगेगी

अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन। शहर में बसंत पंचमी का पर्व सरस्वती मंदिर में विद्यार्थियों द्वारा स्याही चढ़ाकर तो महाकालेश्वर मंदिर में पीले और वसंती फूल अर्पित कर मनाया जा रहा है।

पुराणों के अनुसार बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की साधना उपासना के साथ पूजा का विधान बताया गया है। इसी दिन से वसंतोत्सव भी प्रारंभ होता है। भगवान महालेश्वर को शाम 6.30 बजे गुलाल लगेगा। सुबह शुभ मुहूर्त में विद्यार्थी पानदरीबा स्थित सरस्वती माता के मंदिर पहुंचे और स्याही चढ़ाकर विद्या की कामना की। यहां अनेक लोगों ने सरसों के पीले फूल भी माताजी को अर्पित किये। बाजार में सरसों के फूल खरीदकर लोगों ने अलग-अलग मंदिरों में भी चढ़ाए।

सरस्वती मंदिर में स्याही चढ़ाती छात्रा। इनसेट में श्रद्धालुओं ने माताजी को पीले फूल भी चढ़ाए।

सांदीपनि आश्रम में पहली बार स्कूल जाने वालों ने स्लेट पर लिखकर किया विद्याआरंभ

भगवान श्री कृष्ण की शिक्षास्थली महर्षि सांदीपनि आश्रम उज्जैन में बसंत पंचमी पर्व पर भगवान को पीले वस्त्र पहनाकर सरसों के फूलों से श्रृंगार कर आरती की गई। इसके पहले मां सरस्वती स्वरूप गुरुमाता सुश्रुसा का हल्दी केसर मिश्रित जल और दूध से अभिषेक कर मीठे पीले भात का भोग लगाया गया। आश्रम में जो बच्चे प्रथम बार विद्यालय जाना शुरू कर रहे है उन बच्चों का विद्याआरम्भ संस्कार किया गया

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