सामाजिक कार्यों एवं सुधारों के लिये सामूहिक भाव आवश्यक -माखनसिंह जनअभियान परिषद का जिला स्तरीय सम्मेलन सम्पन्न

जनचेतना उत्पन्न करना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके बगैर कोई बड़ा कार्य नहीं हो सकता। स्वच्छता सम्बन्धी कार्य हो या अन्य कोई सामाजिक कार्य, इन सबके लिये एक सामूहिक भाव का होना सबसे जरूरी होता है। यह उद्गार सिंहस्थ केन्द्रीय समिति अध्यक्ष  माखनसिंह ने व्यक्त किये। वे मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय कालिदास परिसर में म.प्र.जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित प्रस्फुटन, नवांकुर एवं स्वैच्छिक संगठनों के जिला स्तरीय सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन, म.प्र.जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय, महापौर मीना जोनवाल, नगर निगम सभापति सोनू गेहलोत, कलेक्टर संकेत भोंडवे भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माखनसिंह ने कहा कि जनअभियान परिषद विभिन्न सामाजिक कार्यों के लिये जनचेतना उत्पन्न करने में महती भूमिका निभा सकती है। सबसे महत्‍वपूर्ण यह है कि हमें शासन के साथ-साथ हमारी अपनी जिम्मेदारी को भी समझना होगा। यह जरूरी नहीं कि शासन को स्कूल चले जैसे अभियान संचालित करना पड़े, बल्कि समाज ही इतना प्रशिक्षित हो कि शासन को इस प्रकार के अभियान नहीं चलाना पड़ें। शिक्षा का महत्व, स्वच्छता, यातायात अनुशासन तथा अन्य जो भी आवश्यक शिक्षाएं हैं, उसके लिये समाज स्वयं ही शिक्षित और अनुशासित हो। राष्ट्र के विकास के लिये हर चीज को अपना मानने का भाव जरूरी है। सभी कार्यों में संवेदना और चेतना की जरूरत होती है। विगत सिंहस्थ की सफलता में इस जनचेतना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने कहा कि जनअभियान परिषद जागरूकता के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है। गत सिंहस्थ में भी परिषद द्वारा सक्रिय योगदान दिया गया। उज्जैन को विकसित करने के लिये जरूरी है कि सब मिलकर आगे आयें। देश के अन्य स्थानों पर भी जो अच्छे काम हो रहे हैं, उनको यहां लागू किया जाये। उन्होंने कहा कि सामूहिक योगदान से सफलता निश्चित रूप से मिलती है। शासन के साथ-साथ आमजन भी जिम्मेदारी से काम करें, तो सुन्दर परिणाम निश्चित रूप से मिलेंगे, जागरूकता अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने ऊर्जा विभाग की किसान हितैषी योजनाओं का जिक्र भी किया। साथ ही बताया कि आज मध्य प्रदेश में 18 हजार मेगावाट बिजली पैदा हो रही है, जबकि खपत 10-11 मेगावाट से ज्यादा नहीं है। उद्योगों को देश में सबसे ज्यादा सुविधाएं मध्य प्रदेश शासन दे रहा है। ऊर्जा मंत्री ने हेलमेट पहनने की अनिवार्यता, स्वच्छ उज्जैन में जनमानस की भूमिका, जैविक कृषि विकास, जल संरक्षण और नशामुक्ति पर भी अपने उद्बोधन में जोर दिया।

कलेक्टर संकेत भोंडवे ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जिले में जनअभियान परिषद और इससे जुड़े संगठनों का सहयोग विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में अवश्य प्राप्त करेंगे। होशंगाबाद जिले में कार्यकाल के दौरान भी शिक्षा, कुपोषण, दिव्यांग कल्याण, धार्मिक मेलों इत्यादि क्षेत्रों में ऐसी ही मदद प्राप्त की गई थी। शासन द्वारा उज्जैन जिले में संचालित खुले में शौच मुक्ति अभियान में भी परिषद और उससे जुड़े संगठनों की मदद ली जायेगी। आगामी मार्च माह तक जिले को खुले में शौचमुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि शिप्रा नदी के घाटों की निरन्तर सफाई में भी ऐसे ही सहयोग और समन्वय से कार्य किये जाने का लक्ष्य हमने निर्धारित किया है।

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