- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
- भस्म आरती: बाबा महाकाल के दिव्य श्रृंगार और भस्म आरती के साथ गूंजा "जय श्री महाकाल"
- 25 दिसंबर को रिलीज़ से पहले 'बेबी जॉन' की टीम ने मांगा बाबा महाकाल का आशीर्वाद! उज्जैन में महाकाल मंदिर पहुंचे वरुण धवन और टीम, भस्म आरती में हुए शामिल
हस्त नक्षत्र में विराजेंगी मां शक्ति, मध्याह्न में लगेगा चित्रा नक्षत्र
मां शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रि इस बार दस दिन का रहेगा। १ अक्टूबर को घटस्थापना के साथ नवरात्रि पर्व की शुरुआत होगी। नवरात्रि में आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। देवी आराधना का यह पर्व १० अक्टूबर को समाप्त होगा। ११ अक्टूबर को विजयादशमी पर्व मनाया जाएगा।
वहीं इस बार मां शक्ति हस्त नक्षत्र में विराजेंगी। मध्याह्न से चित्रा नक्षत्र शुरू होगा। इसमें घटस्थापना नहीं की जाती है। घटस्थापना के लिए चित्रा नक्षत्र शुभ नहीं है। नवरात्रि में मां महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की उपासना की जाती है। नवरात्रि के दौरान ६ अक्टूबर को ललिता पंचमी है। इस दिन आनंद योग और अनुराधा नक्षत्र का संगम इसे और भी खास बना देता है।
मां सरस्वती के चार दिन
नवरात्रि के दौरान मां सरस्वती के चार दिन होते हैं। इस बार ८ अक्टूबर से यह शुरू होंगे। पहले दिन ८ अक्टूबर को मां का आह्वान किया जाएगा। ९ को पूजन, १० को बलिदान एवं ११ अक्टूबर को विसर्जन किया जाएगा। चूंकि मां सरस्वती विद्या की देवी हैं इसलिए यह दिन शिक्षा के जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है।