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हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से सरकारी दफ्तर सूने लगातार दूसरे दिन एक जैसा रहा तापमान
उज्जैन: हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में एक तरफ जहां लोगों की हालत खराब है, वहीं सर्दी के कारण शुक्रवार को कई सरकारी दफ्तरों में भी कम उपस्थिति देखने को मिली। हालात यह रहे कि सुबह के समय मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले लोगों की संख्या में भी खासी कमी देखी गई। हालांकि सूर्य देवता के समय पर दर्शन होने से सुबह लोगों को राहत जरूर महसूस हुई लेकिन सरकारी दफ्तरों सहित अन्य निजी संस्थानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में लोगों ने देरी से आमद दी।
चुभने वाली सर्दी के प्रभाव ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया। लोग शिमला और दिल्ली की सर्दी को याद करने लगे। लगातार तीसरे दिन लगभग एक जैसा तापमान रहने से लोग अब घरों से तभी बाहर निकल रहे हैं जब उन्हें बहुत जरूरी काम हो। सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की तो अपनी मजबूरी है लेकिन शुक्रवार को भी गुरुवार की तरह तापमान रहने से सरकारी कर्मचारियों ने भी अपने दिन की शुरुआत देर से की। इसका असर दफ्तरों में भी देखने को मिला। कई सरकारी दफ्तरों में बाबू सहित अन्य स्टाफ देर से पहुंचा। लगभग १२ बजे तक तो कई सरकारी दफ्तर सूने पड़े रहे। दफ्तरों में अधिकारी और कर्मचारी देर से पहुंचे भी तो वे धूप सेकते नजर आए। अधिकारियों ने अपने दफ्तरों में रूम हीटर सहित ठंड से बचाव के अन्य उपायों से राहत महसूस की। शुक्रवार को भी लगातार तापमान गुरुवार की तरह समान रहा। गुरुवार की सुबह अधिकतम तापमान २०.८ रहा, वहीं गुरुवार- शुक्रवार की रात न्यूनतम ४ डिग्री सेल्सियस रहा। हवा की गति ६ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार होने की वजह से ठंड में जरा भी राहत महसूस नहीं हुई।
इधर शहर के कई इलाकों में अलसुबह अलाव तापते लोगों को देखकर यह महसूस किया जा सकता था कि सर्दी का असर यहां कितना है, अलाव की तपन के बावजूद लोग कांप रहे थे। भोपाल के मौसम विज्ञानी अनुपम काश्यपि ने अक्षरविश्व को बताया कि उत्तरी क्षेत्र मे बर्फबारी का असर यहां लगातार बना हुआ है। अभी आने वाले ४८ घंटे इसी तरह की सर्दी रहेगी। पश्चिमी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं मावठे के भी आसार है। फिलहाल उज्जैन के आसमान में हल्के बादल जरूर हैं लेकिन मावठे के आसार अगले २४ घंटे में तो नहीं है। इधर उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेन्द्रप्रसाद गुप्त ने बताया कि यहां सर्दी का असर बना हुआ है। आने वाले दिनों में हवा की रफ्तार कुछ कम होने से मामूली राहत हो सकती है लेकिन जबतक हवा की रफ्तार कम नहीं होती, सर्दी बरकरार रहेगी।