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15 दिन के श्राद्ध में इस बार 6 दिन खरीदी के शुभ संयोग
उज्जैन | 15 दिन के श्राद्ध पक्ष में इस बार खरीदी एवं विशेष कार्य के लिए 6 दिन शुभ संयोग हैं। 8 से 17 सितंबर तक यह योग बनेंगे। पंडितों का मानना है श्राद्ध में खरीदी व शुभ कार्य करने से पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।
आम तौर पर यह मान्यता है कि श्राद्ध के दौरान लोग बाजार से खरीदी नहीं करते हैं तथा शुभ कार्य की शुरुआत करने से भी बचते हैं। पंचांगकर्ता एवं ज्योतिषाचार्य पं. श्यामनारायण व्यास का इस बारे में कहना है कि शास्त्रों में कही भी नहीं लिखा है कि श्राद्ध में खरीदी या शुभ कार्य से नुकसान होता है। इसलिए खरीदी की जा सकती है। पितृ स्मृति में नए कार्य शुरू कर सकते हैं। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डिब्बावाला ने कहा श्राद्ध में केवल शादी-ब्याह नहीं होते हैं। शेष सभी कार्य किए जा सकते हैं।
जाने श्राद्ध में किस दिन कौन सा संयोग
8 सितंबरको दोपहर 12.31 बजे अमृत सिद्धि योग
11 सितंबर को सुबह 9.21 बजे से रवि योग
12 सितंबर को सुबह 6.16 से सर्वार्थसिद्धि योग
14 सितंबर को रात 2 बजे से सर्वार्थसिद्धि योग
15 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग
17 सितंबर को मंगल का उदय हो रहा है।
शुभ योग में क्या करें
इन योगों में लोग पितृ प्रसन्नता के लिए पूजा-पाठ, दान-पुण्य, ब्राह्मण भोजन कराए व पितरों की स्मृति में किसी भी सेवा के कार्य की शुरुआत, कपड़े, बर्तन की खरीदारी कर सकते हैं।
आगे कब कौन सी तीथी का श्राद्ध
7 सितंबर द्वितीया
8 सितंबर तृतीया
9 सितंबर चतुर्थी
10 सितंबर पंचमी
11 सितंबर छठ
12 सितंबर सप्तमी
13 सितंबर अष्टमी
14 सितंबर नवमी
15 सितंबर दशमी
16 सितंबर एकादशी
17 सितंबर द्वादशी
18 सितंबर त्रयोदशी
19 सितंबर चतुर्दशी
20 सितंबर सर्व पितृ अमावस्या
(जानकारी ज्योतिषियों के अनुसार)
पिंडदान-तर्पण के लिए गया कोठा, सिद्धवट पर श्रद्धालुओं की कतार
श्राद्ध पक्ष शुरू होते ही बुधवार से अंकपात स्थित प्राचीन गया कोठा तीर्थ और भैरवगढ़ स्थित सिद्धवट पर पितरों की शांति के लिए पिंडदान-तर्पण के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई। पहले दिन लोगाें ने पूर्णिमा व प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध किया। शिप्रा तट रामघाट पर भी पूजन के लिए लोग पहुंचे। तीर्थ पुरोहितों ने बताया घाट पर यूं रोजाना लोग पितरों के देवलोकगमन पर तर्पण करने आते हैं। लेकिन श्राद्ध में इनकी संख्या कई गुना बढ़ जाती है। 15 दिन तक पूजन के लिए श्रद्धालुओं का मेला लगेगा।