5 दिन तक नहीं आने देंगे दूध की कमी, सब्जियों के भाव बढ़ने की आशंका :- (विक्रेता)

उज्जैन। किसान आंदोलन शुक्रवार से शुरू होगा। इस बीच दूध और सब्जी की सप्लाय को लेकर आमजन चिंतित हैं। हालांकि दूध विक्रेताओं का कहना है कि उन्होंने हड़ताल के शुरुआती 5 दिन के लिए स्टॉक किया है। लोगों को दूध की कमी नहीं आने दी जाएगी। इधर गुरुवार को सब्जी मंडी में भी भीड़ अधिक रही। भाव में ज्यादा बढ़ोतरी तो नहीं दिखी मगर विक्रेताओं का कहना था कि आंदोलन शुरू होने के बाद सब्जियों की कीमत बढ़ सकती है। लोगों ने आलू-प्याज सहित अन्य सब्जियों का स्टॉक किया है।

बता दें कि भारतीय किसान यूनियन सहित करीब 192 किसान संगठनों ने एक जून से गांवों से खाद्यान्न सामग्री एवं दूध को शहर में नहीं लाने का असहयोग आंदोलन की घोषणा की है। इसके चलते प्रशासन भले ही सख्त हो गया है। लेकिन किसान आंदोलन व सख्ती के बीच सहमा नजर आ रहा है। ऐसे में शहरों में संभवतः आवश्यक खाद्य सामग्री की कमी पड़ सकती है।

सवा लाख लीटर दूध की रोज खपत

उज्जैन निजी दुग्ध संघ के अध्यक्ष मोहन वासवानी ने बताया कि शहर में दूध की कमी नहीं आने दी जाएगी। पांच दिन का दूध कारोबारियों के कोल्ड स्टोरेज में संग्रह कर लिया गया है। गौरतलब है कि एक से सवा लाख लीटर दूध की प्रतिदिन खपत होती है। उसके बावजूद भी हड़ताल लंबी चली तो हम अन्य शहरों से दूध लाकर उपभोक्ताओं की पूर्ति करेंगे। इधर उज्जैन दुग्ध संघ ने भी लाखों लीटर दूध संग्रह करने का दावा किया है। बाहर की बिक्री बंद कर दी गई है। वहीं शहर में हरी सब्जी की कमी हो सकती है। इस आशंका के मद्देनजर उपभोक्ताओं ने बुधवार को सब्जी की जमकर खरीदी की।

मंडी खुलने में भी आशंका, किसानों की होगी सुरक्षा

गुरुवार को बैंक बंद होने के कारण कृषि उपज मंडी में अवकाश घोषित किया है। नीलामी नहीं होगी, लेकिन 1 जून से किसान आंदोलन के चलते कृषि उपज मंडी में भी कृषि जिंसों के आने में संभावना है। हालांकि मंडी प्रशासन ने नीलामी की पूरी तैयारी कर रखी है। किसानों के आने पर नीलामी कार्य किया जाएगा। मंडी प्रशासन ने उपज लेकर आने वाले किसानों की सुरक्षा के लिए भी इंतजाम किए हैं।

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