- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
छोटे पुल से 12 फीट ऊपर शिप्रा, मंदिर डूबे
शहर में बारिश का आंकड़ा ३७ इंच के पार हो गया है। मौसम विभाग की यदिमाने तो जिस तरह से बारिश का सिलसिला जारी है उससे यह आंकड़ा 40 इंच तक भी पहुुंच सकता है। इधर बीती रात से आज सुबह 8 बजे तक दो इंच से अधिक बारिश जीवाजीराव वेधशाला में दर्ज की गई है।
उज्जैन:रविवार से लेकर सोमवार सुबह तक जिस तरह लगातार बारिश हो रही है, उससे जिला प्रशासन ने सोमवार को स्कूलों में अवकाश भी घोषित कर दिया। लगातार बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों का कहना है कि बारिश अब राहत नहीं बल्कि आफत बन गई है। शिप्रा का जल स्तर कल रात से ही बढ़ा हुआ है और रामघाट, शिप्रा तट स्थित मंदिर जलमग्न है।
जीवााजीराव वेधशाला के प्रेक्षक दीपक गुप्ता ने अक्षरविश्व को बताया कि मानसून सक्रिय है तथा आगामी दो दिनों तक कभी तेज तो कभी हल्की बारिश की संभावना है। हवा का दबाव बिल्कुल भी नहीं है, इसके चलते आगामी दो दिनों तक अच्छी बारिश होगी। इधर पीएचई के सहायक यंत्री नरेश कुंवाल ने अक्षरविश्व को बताया कि आज सुबह ६ बजे गंभीर जलाशय का दो नंबर गेट एक मीटर तक खोला गया है। जिस तरह से पानी की आवक जलाशय में हो रही है, उससे आज देर दोपहर बाद ही गेट बंद किया जा सकेगा।
एक माह में 16 बार खोले गंभीर के गेट
कुवाल के अनुसार ७ अगस्त को पहली बार गंभीर डेम के गेट खोले थे। इसके बाद तब से लेकर आज पूरे एक माह के दौरान १६ बार गंभीर के गेट खोले जा चुके है। बता दें कि गंभीर जलाशय की क्षमता २२५० एमसीएफटी है तथा इस लेवल को बनाए रखने के लिए ही जलाशय के गेट खोले जाते है।
तीन ग्रहों की युति, 14 सितंबर तक बारिश
ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डिब्बेवाला ने बताया कि सूर्य, मंगल और बुध ग्रहों की युति चल रही है और यही त्रिग्रही युति के कारण बारिश हो रही है। उन्होंने बताया कि यह युति १५ सितंबर तक रहेगी और इसी दिन तक बारिश होने का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद बारिश का सिलसिला लगभग थमने लगेगा।