- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
सहायक पशु क्षेत्र विस्तार अधिकारियों के सैक्टर निर्धारित करने के निर्देश, कलेक्टर ने ली पशुपालन समिति की बैठक
कलेक्टर संकेत भोंडवे ने निर्देश दिये हैं कि पशु चिकित्सा विभाग में कार्यरत सभी 93 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र विस्तार अधिकारियों को ग्राम पंचायतवार सैक्टर बांटा जाये तथा उनका फील्ड में जाना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही उन्होंने पशु कल्याण समिति में अशासकीय सदस्यों को नामांकित करने के निर्देश दिये। बैठक में वन मण्डलाधिकारी राजीव मिश्रा, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ.एच.वी.त्रिवेदी, उप संचालक कृषि एस.के.शर्मा व अन्य सदस्य मौजूद थे।
पशुओं के लिये डिजिटल एक्स-रे मशीन
बैठक में पशुओं के पॉलीक्लिनिक में सोनोग्राफी एवं एक्स-रे मशीन की सर्विसिंग हेतु 50 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई। कलेक्टर ने पशुओं के लिये डिजिटल एक्स-रे मशीन क्रय करने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये हैं। इसी के साथ पशुओं के लिये एक्सीडेंटल व आकस्मिक चिकित्सा हेतु औषधि क्रय के लिये दो लाख रूपये का प्रावधान किया गया।
वायर फेंसिंग के स्थान पर बाउंड्री वाल बनाएं
बैठक में पशु औषधालय कनासिया व बड़नगर में वायर फेंसिंग का प्रस्ताव रखा गया। कलेक्टर ने वायर फेंसिंग के स्थान पर बाउंड्री वाल बनाने का प्रपोजल तैयार करने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने मृत पशुओं के पोस्टमार्टम करने हेतु प्रत्येक तहसील में पोस्टमार्टम कक्ष निर्माण करने तथा परिवहन के लिये एक 407 वाहन अनुबंध पर रखने को कहा है। इसी के साथ पशु चिकित्सालयों में आवश्यक संसाधन क्रय करने के निर्देश दिये गये।
बैठक में उज्जैन दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.के.माहेश्वरी ने बताया कि आने वाले दिनों में पांच करोड़ रूपये की लागत से उज्जैन व रतलाम जिले में दुग्ध संघ के द्वारा दुग्ध संकलन बढ़ाने के लिये कार्यवाही की जायेगी। नई समितियों का गठन उन क्षेत्रों में किया जायेगा, जो मिल्क रूट से नहीं जुड़ी हैं।