श्रावण सोमवारः बाबा महाकाल के मोबाइल पर करें लाइव दर्शन

राजाधिराज भगवान महाकाल श्रावण मास के पहले सोमवार को फूलों से लदी पालकी में विराजमान होकर नगर भ्रमण करने निकलेंगे। कोरोना महामारी के प्रभाव को देखते हुए सवारी मार्ग परिवर्तित किया गया है। महाकाल की पालकी बैरिकेड्स के बीच निकाली जाएगी। सोशल मीडिया पर सवारी के लाइव दर्शन होंगे। वहीं, विभिन्न चैनलों पर भी सीधा प्रसारण किया जाएगा, ताकि सवारी मार्ग पर अधिक भीड़ न हो। रविवार को मार्ग की सभी तैयारी पूर्ण कर दी गई। कैमरे, लाइटिंग और पुलिस बल तैनात रहेगा।

महाकाल की सवारी का रास्ता बदला

महाकाल की सवारी अब महाकाल मंदिर से बड़ा गणेश के सामने से होकर हरसिद्धि चौराहा, नृसिंह घाट मार्ग सिद्धाश्रम के सामने से रामघाट पहुंचेगी, जहां शिप्रा के जल से बाबा का अभिषेक होगा।

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मोबाइल पर करें दर्शन

श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भक्त हर साल बड़ी संख्या में उनके दरबार में पहुंचते रहे हैं। भक्तों की मनोकामना होती है कि वह सावन के हर सोमवार को निकलने वाली बाबा महाकाल की शाही सवारी में शामिल हो सकें। सवारी में उज्जैन के राजा बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हैं जिसमें हजारों-लाखों भक्त शामिल होते हैं लेकिन इस बार कोरोना के चलते बाबा महाकाल की शाही सवारी में भक्तों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है लेकिन भक्तों को बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर समिति और प्रशासन ने एक खास व्यवस्था की है जिसके जरिए भक्त घर बैठे बाबा महाकाल की शाही सवारी के लाइव दर्शन कर पाएंगे।

 

शाही सवारी का होगा LIVE

बाबा महाकाल में भक्तों की आस्था को देखते हुए महाकाल मंदिर समिति ने महाकाल की शाही सवारी के LIVE प्रसारण की व्यवस्था की है। पहली बार सवारी की लाइव कमेंट्री भी की जाएगी और भक्त घर बैठे अपने मोबाइल पर शाही सवारी के दर्शन कर पाएंगे। शाही सवारी के LIVE प्रसारण के लिए मंदिर समिति ने पूरी तैयारियां कर ली हैं और जिस मार्ग से बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी उस पर 25 आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं जिनके जरिए सवारी का LIVE प्रसारण होगा। सवारी के LIVE प्रसारण में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए हरसिद्धि मंदिर के पास आधुनिक कंट्रोल रूम बनाया गया है।

 

ऐसे देख सकते हैं LIVE

महाकाल मंदिर की वेबसाइट, महाकाल ऐप,फेसबुक पेज और डिजिटल चैनलों के जरिए बाबा महाकाल की शाही सवारी का LIVE प्रसारण किया जाएगा। एक्सपर्ट्स सवारी की लाइव कमेंट्री भी करेंगे और पहली बार भक्तों को सवारी के इतिहास और महत्व के साथ साथ सवारी का आंखों देखा हाल सुनाएंगे।

 

यहां करें LIVE दर्शन

https://dic.mp.nic.in/ujjain/mahakal/default.aspx

 

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ओंकारेश्वर में 2000 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति

ओंकारेश्वर के दर्शन रोजाना दो हजार श्रद्धालुओं को करवाने का लक्ष्य है। यहां अन्य शहरों से भी पंडित विशेष अनुमति लेकर पूजन के लिए आए हैं। इधर, प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से आधार कार्ड की कॉपी ली है। सुबह पांच से छह बजे के बीच दर्शन की व्यवस्था की गई है। मंदिर समिति के मुताबिक छह जुलाई को सुबह चार बजे महासवारी मंदिर से निकलकर कोटी तीर्थ घाट पहुंचेगी। यहां ज्योतिर्लिंग भगवान का पूजन और अभिषेक होगा।

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