उज्जैन:कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों की नहीं होगी अर्धवार्षिक परीक्षा…!

कक्षा 9 से 12 तक की भी कक्षाएं नहीं लगाई जाएगी

उज्जैन। राज्य शासन ने कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को फिलहाल स्कूल जाने से राहत दे दी है। पालकों ने इस निर्णय पर सहमती व्यक्त की है। उनका कहना है कि बच्चा भले ही एक वर्ष पिछे चला जाए ,लेकिन उसकी जान जोखिम में नहीं डाल सकते। इधर सरकारी स्कूलों में तय हो गया है कि कक्षाएं लगी ही नहीं और ऑन लाइन शिक्षण सामग्री भेजी जा रही है। ऐसे में अर्धवार्षिक परीक्षाएं नहीं होगी। कक्षा 9 से 12 तक भी कक्षाएं लगाने से इंकार करते हुए समस्या निदान के लिए पालक की इच्छानुसार विद्यार्थियों को भेजा जा सकता है।

जिला शिक्षाधिकारी रमा नाहटे के अनुसार सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को फिलहाल नहीं बुलाया जाना है। शासन के निर्देश प्राप्त हो गए हैं। इसी के चलते ऑन लाइन शिक्षण सामग्री भेजी जा रही है वहीं घर में पाठशाला अभियान चलाया जा रहा है। किंतु जिस प्रकार से विद्यार्थियों की तैयारी होना चाहिए,वह नहीं हो पा रही है। इसका मुख्य कारण कक्षाएं नहीं लगना है। ऐसे में फिलहाल अर्धवार्षिक परीक्षा नहीं होंगी। आगे जो भी शासन के निर्देश जारी होंगे, उस अनुसार पालकों को निर्देशित किया जाएगा।

कक्षा नहीं समस्या निदान के हैं दो घंटे
नाहटे ने बताया कि कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए शासन के स्पष्ट निर्देश है कि पालक की अनुमति के बाद विद्यार्थी को विद्यालय में दो घण्टे के लिए समस्या निदान हेतु भेजा जा सकता है। स्कूल पढ़ाई नहीं करवाएंगे। यह आदेश निजी एवं शासकीय दोनों स्कूलों पर लागू है। उन्होने कहाकि निजी स्कूलों में कक्षाएं लगाने की सूचना पालकों से मिल रही है। पालक शिकायत भी कर रहे हैं। हम पालकों को यही कह रहे हैं कि आपकी अनुमति के बगैर कोई स्कूल संचालक अपने यहां बच्चे को नहीं बुला सकता है। यदि आप नहीं भेजना चाहते हैं तो अनुमति न दें। पालकों को चिंता है कि बच्चे घर मे ंसुरक्षित है और यदि स्कूल जाने के बाद कहीं संक्रमित हो गए तो कौन जवाब देगा। उनका कहना है कि वे अपने बच्चे का एक वर्ष बिगाडऩे को तैयार है,बनिस्बत जीवन खतरे में डालने के।

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