कोरोना फाइटर:संक्रमण से हार गए थे हिम्मत, डॉक्टरों ने नई जिंदगी दे दी…अब ऑल इज वेल

आपदा से राहत की खबरें आने लगी है। गंभीर हालात में 15 से 20 दिन पहले सरकारी व निजी कोविड सेंटरों में भर्ती हुए मरीज अब डिस्चार्ज होकर घर लौट रहे है। लगभग जिंदगी हारने की कगार पर खड़े इन स्वस्थ्य मरीजों से भास्कर ने बात की तो सबका यही कहना था अब सब कुछ ठीक है। ऑल इज वेल। माधवनगर अस्पताल के प्रभारी डॉ.संजीव कुमरावत ने बताया बुधवार को 8 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। सभी पूरी तरह स्वस्थ है।

सांवेर रोड स्थित कोविड सेंटर जेके हॉस्पिटल से भी मरीज स्वस्थ्य होकर जा रहे है। बुधवार को यहां से डिस्चार्ज हुए गायत्री एवेन्यू निवासी सुशील ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ के प्रति नतमस्तक होते हुए कहा कि जब वे यहां आएं तब भरोसा नहीं था कि कभी घर भी लौट पाएंगे। माधवनगर से डिस्चार्ज हुई देपालपुर की नीना बाथम ने कहा अस्पताल में नाश्ते से लेकर खाने तक का ख्याल रखा गया। इंदौर क्षेत्र के पिपलिया की शंकुतला ने बताया डॉक्टर हमें बच्चों जैसा संभालते थे।

15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन वाले बेड पर इलाज

बुधवार से माधवनगर हॉस्पिटल में 15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सपोर्ट बेड पर भी मरीजों को इलाज देना शुरू किया गया है। इस तरह माधवनगर में अब कुल 181 ऑक्सीजन बेड हो गए हैं। डॉ. कुमरावत के अनुसार जिला कलेक्टर आशीष सिंह वेटिंग के मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन से लैस बेड तैयार करने को लेकर प्रयासरत थे। जिसकी शुरुआत हो चुकी है। निगमायुक्त क्षितिज सिंघल ने बताया कि नए ऑक्सीजन बेड पर प्राथमिकता के आधार पर वेटिंग के मरीजों को एडमिट किया गया है।

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