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सिंहस्थ की तैयारी:सितंबर में पूरा हो जाएगा 715 मीटर लंबा आरओबी
आप घर पर ही रहें। मजदूर काम कर रहे हैं। उज्जैन-बड़नगर रोड पर रोड ओवर ब्रिज का निर्माण जारी है। गति धीमी जरूर पड़ी है लेकिन इसे अगस्त तक पूरा करने का दावा किया जा रहा है यानी सितंबर से उपयोग किया जा सकता है। खास यह है कि प्रोजेक्ट की कीमत भी नहीं बढ़ेगी।
2017 में क्रॉसिंग के पास (रेलवे समपार क्रं. 23) ब्रिज बनाने की योजना को लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग ने मंजूरी दी थी। इसके लिए 30.21 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई थी। मेहसाणा (गुजरात) की अजय प्रोटेक कंपनी को इसे बनाने का ठेका दिया है। तय था जून 2020 में काम पूरा हो जाएगा।
विभाग ने कोरोना काल को देखते हुए निर्माण अवधि छह माह के लिए बढ़ा दी है। अब यह आरओबी अगस्त 2021 में पूरा करने का दावा किया जा रहा है। यह शहर का पांचवां आरओबी रहेगा। इसके पहले विक्रमनगर, मक्सी रोड, फ्रीगंज पुल, हरिफाटक पुल बनाए थे।
जून 2020 में पूरा करना था 40 फीसदी ही हो पाया
आरओबी का काम जून 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य था जबकि तब तक यह 40 फीसदी काम ही हुआ था। ब्रिज की डिजाइन को लेकर विवाद भी हुआ था। सेतु विभाग ने गुजरात की अजय प्रोटेक कंपनी को पिलर वाला ब्रिज बनाने का ठेका दिया था। काम शुरू होता इसके पहले विभाग ने कंपनी को आरआई वॉल वाला ब्रिज निर्माण बनाने के लिए कहा। ठेकेदार ने काम से इनकार कर दिया। आखिरकार दोबारा से पिलर वाले ब्रिज बनाने पर सहमति बनी और ठेकेदार ने जनवरी 2017 से विधिवत काम शुरू किया। ऐसे में ब्रिज का काम पिछड़ गया।
ब्रिज का काम अगस्त में होगा पूरा
आरओबी का काम लॉकडाउन 1.0 में बंद किया था लेकिन इस बार इसे बंद करने की जगह धीमा कर दिया है। गुजरात की कंपनी को इसे जून 2020 तक पूरा करना था। अब इसे अगस्त में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। देरी के बाद भी इसकी कास्टिंग नहीं बढ़ेगी।
–सुनील कुमार अग्रवाल, ईई सेतु विकास निगम
2028 के सिंहस्थ में होगा उपयोगी…टू-लेन ओवर ब्रिज से बड़नगर रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। सिंहस्थ 2028 के दौरान आरओबी का बेहतर उपयोग हो सकेगा। सिंहस्थ 2016 में यहां फ्लैग स्टेशन बनाया था, जिससे गुजरात, राजस्थान की ओर से आने वाले यात्री मुख्य स्टेशन पर जाने की जगह यहीं उतर गए थे। यहां आरओबी बनने से रेलवे के साथ सड़क यातायात भी जारी रहेगा। इस मार्ग से गुजरात, राजस्थान से बहुत वाहन आते हैं।