20 दिसम्बर से बाल सुरक्षा माह का द्वितीय चरण

उज्जैन जिले में 20 दिसम्बर से ‘बाल सुरक्षा माह’ का द्वितीय चरण आयोजित किया जायेगा। बाल सुरक्षा माह के दौरान स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से बाल मृत्यु दर रोकने के लिये अनेक प्रकार की गतिविधियां की जायेंगी, जिसमें नौ माह से पांच वर्ष तक के समस्त बच्चों को निर्धारित मात्रा में विटामीन ‘ए’ का घोल तथा छह माह से पांच वर्ष के बच्चों को आयरन सिरप वितरण कर सप्ताह में दो बार एक एमएल पिलाया जायेगा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.एल.मालवीय ने बताया कि बाल सुरक्षा माह की सभी गतिविधियां एक माह की अवधि में नियमित टीकाकरण दिवस को टीकाकरण स्थल पर की जायेंगी।

विशेष तथ्य

· सर्वे से पता चला है कि विटामिन ‘ए’ के सम्पूर्ण डोज देने से बाल मृत्यु दर में 23 अंकों की गिरावट प्राप्त हुई है।

· छह माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को आईएफए (20 एमजी) सिरप का वितरण करना है एवं सप्ताह में दो बार एक एमएल सिरप देना है।

· नियमित टीकाकरण में छूटे बच्चों का टीकाकरण करना।

· मातृ एवं शिशु सुरक्षा कार्ड (एमसीपी कार्ड) में शून्य से पांच वर्ष तक के समस्त छूटे बच्चों की वृद्धि निगरानी (ग्रोथ चार्ट की निगरानी करना एवं ऐसे बच्चों को उपचार देना, चिकित्सक से परीक्षण करवाना) दर्ज करना है।

· बाल सुरक्षा माह में जिला टीकाकरण अधिकारी इसके नोडल अधिकारी होंगे।

· इस माह के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा छह माह से पांच वर्ष तक के समस्त बच्चों की नामजद सूची तैयार करेंगी एवं उनको विटामिन ‘ए’ का डोज देंगी।

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