उज्जैन में बिजली बिल का झटका:लॉकडाउन में बंद दुकानों का दो माह का एक साथ बिजली बिल जारी किया

बिजली कंपनी ने व्यापारियों को दो माह का बिल एक साथ जारी कर दिया है। साथ ही बकाया 60 प्रतिशत से ज्यादा बिल की राशि जमा करने पर ही उनके बिल की राशि का पार्ट पेमेंट किया जा रहा है। राशि जमा नहीं करने पर व्यापारियों के बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं, जिसकाे लेकर व्यापारियों में नाराजगी है।

इसकाे लेकर विधायक पारस जैन ने भी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखा है। विधायक जैन ने पत्र में व्यापरियों को बिजली बिलों में राहत दिए जाने को लेकर लिखा है कि दो माह से लॉकडाउन में सभी दुकानें बंद थी। इसके चलते व्यवसाय नहीं हो पाया। बिजली कंपनी ने लॉकडाउन खुलने के बाद दुकान संचालकों को एक साथ दो माह के बिल जारी कर दिए हैं।

इससे जिनका हर माह 100 यूनिट से कम का बिल आता था और 100 यूनिट के स्लैब अंतर्गत राशि का बिल भुगतान किया जाता था लेकिन अब दो माह के यूनिट का बिल एक साथ दिए जाने से यूनिट संख्या बढ़ गई है। व्यापारियों को ज्यादा राशि का भुगतान करना पड़ रहा है। राशि जमा नहीं कर पाने पर व्यापारियों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं, जिसको लेकर व्यापारियों में नाराजगी है।

कोरोना कॉल में वैसे ही लोगो के रोजगार व काम-काज बंद रहने से व्यापारी व आम लोग आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में बिजली कंपनी को हर माह के खपत यूनिट के मान से बिजली बिल सुविधा देकर 30 प्रतिशत राशि जमा करने पर भी बिजली सप्लाई जारी रखे जाने तथा बाकी राशि आगामी माह के बिल में समायोजन किए जाने की व्यवस्था की जाए।

बकाया राशि जमा नहीं करने पर काटे जा रहे कनेक्शन

लॉकडाउन समाप्त होते ही बिजली कंपनी की टीमें रिकवरी में लग गई है। बकाया राशि जमा नहीं करने पर उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं। विजिलेंस के प्रकरणों में भी कार्रवाई की जा रही है। बकाया राशि जमा करने में पार्ट पेमेंट की सुविधा भी नहीं दी जा रही है, ऐसे में आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों को बिजली बिलों की राशि जमा करने में मुश्किल हो रही है।

कंपनी की ओर से रिकवरी पर जोर

लॉकडाउन के बाद कंपनी की ओर से रिकवरी पर जोर दिया गया है। जिसके तहत बकायादारों के यहां कार्रवाई की जा रही है। व्यापारियों को बिजली बिलों में राहत दिए जाने संबंधी कंपनी स्तर पर अभी कोई आदेश नहीं है। शासन स्तर पर कोई निर्णय होता है तो उसका पालन किया जाएगा। –आशीष आचार्य, एसई, बिजली कंपनी

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