विधायक का पुत्र अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ और बचने के लिए ओवर राइटिंग कर नाम दर्ज कर दिया

करण मोरवाल को गिरफ्तारी से बचने के लिए दस्तावेज में फर्जी इंट्री करने पर डॉक्टर सस्पेंड

उज्जैन। युवती से ज्यादती के आरोप में जेल बंद बडऩगर विधायक मुरली मोरवाल के पुत्र करण मोरवाल के मामले में नया खुलासा हुआ है। करण को गिरफ्तारी से बडऩगर के सरकारी अस्पताल के रजिस्टर में फर्जी इंट्री कर दी गई। जांच में दस्तावेजों में हेराफेरी सामने आने के बाद डॉक्टर सस्पेंड कर दिया गया है।

बडऩगर के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के पुत्र करण मोरवाल पर एक युवती ने इंदौर में ज्यादती का केस दर्ज करवाया था। करण को गिरफ्तार किया जा चुका है और वह जेल बंद है। बताया जाता है डॉ,देवेंद्र स्वामी ने बडऩगर के सरकारी अस्पताल में फर्जी तरीके से एक अधीनस्थ कर्मचारी पर दबाव बनाकर अस्पताल के भर्ती रजिस्टर में एक अन्य मरीज के स्थान पर आरोपी करण मोरवाल का नाम लिख दिया था और यह बताया था कि मोरवाल इस दौरान बडऩगर अस्पताल में भर्ती थे। फरियादिया ने जब इस मामले की शिकायत कलेक्टर से की। बडऩगर एसडीएम को जांच के आदेश दिए। जांच के दौरान पाया गया कि करण मोरवाल का नाम अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीज की जगह भर्ती रजिस्टर में लिख दिया गया। जबकि करण यहां पर कभी भर्ती नहीं हुआ।

पहले की निलंबित कर दिया है…डॉक्टर के निलंबन का मसला तो पुराना है। डॉ. स्वामी को निलंबित करने की कार्रवाई पूर्व में की जा चुकी है।                                                                                                                              – डॉ. संजय शर्मा, सीएमएचओ

एसडीएम ने की जांच

अनुविभागीय अधिकारी ने जांच रिपोर्ट में यह उल्लेख किया है कि 13 फरवरी 2021 को भर्ती रजिस्टर सीरियल क्रमांक 144/35 पर ओवर राइटिंग कर करण का नाम दर्ज किया गया। जांच अधिकारी ने जब इस वार्ड के वार्ड बाय से पूछा तो उसने बताया कि पिछले एक साल से करण मोरवाल को सरकारी अस्पताल में मैंने भर्ती होते नहीं देखा। करण मोरवाल वर्तमान में ज्यादती के आरोप में जेल में बंद है।

 

 

 

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