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ऐसे कैसे लड़ेगें कोरोना संक्रमण से…अभी भी मास्क को लेकर बना रहे बहाने…
सर जेब में रखा है मास्क… कल से जरूर पहनकर निकलुंगा…
बीते 10 दिनों में 2077 लोगों पर चालानी कार्रवाई
उज्जैन।सर जेब में रखा है मास्क…। हर दिन पहनता हूं, लेकिन आज भूल गया…। हाथ जोड़कर विनती है आज छोड़ दो, कल से जरूर पहनकर निकलुंगा….। आक्सीजन नहीं मिल पाती, इसलिए नहीं पहनता…। मास्क पहनने पर होता है सिरदर्द…। जल्दबाजी में दफ्तर जा रहा था इसलिए भूल गया…। यह कुछ ऐसे बहाने जो बिना मास्क के पकड़े जाने पर शहर के लापरवाह लोग कार्रवाई से बचने के लिए बना रहे हैं।
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दरअसल, शहर में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन शहवासी अब भी मास्क पहनने में न केवल लापरवाही बरत रहे है बल्कि बिना मास्क के पकड़े जाने पर 100 तरह के बहाने बना रहे हैं। ऐसे ही दृश्य शहर में देखने को मिल रहे है। लोगों की लापरवाही के नायाब नमूने सड़कों पर दिखाई दे रहे है। कुछ लोग नाक के नीचे मास्क लगाकर वाहन चलाते नजर आते है, तो कई लोग बिना मास्क के होने पर पकड़े जाने पर विवाद करते है।
कुछ लोग मास्क नहीं लगाने पर कार्रवाई से बचने के लिए अधिकारियों-नेताओं को अपना परिचित बताने से गुरेज नहीं करते है। कार्रवाई होती देख कपड़े और मफलर से अपना मुंह ढकने वाले भी नजर आते है। कुछ बाइक सवार ऐसे भी होते है,जो बचने के लिए गाड़ी तेज भगाते है। इस दौरान कई बार दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
जुर्माने का डर भी नहीं..मास्क को लेकर लोग कितने लापरवाह है इसका अंदाजा मास्क पर होने वाली कार्रवाई से ही लगाया जा सकता है। बीते 10दिनों में 2077 लोगों पर चालानी कार्रवाई की गई है। जिनसे ३ लाख २१ हजार ५५० रु. की वसूली की गई हैं। इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है और मास्क को लेकर लापरवाह नजरिया अपनाए हुए हैं। जुर्माने का डर भी लोगों को मास्क लगाने पर मजबूर नहीं कर पा रहा हैं।
राहत : 22 मरीज कोरोना से मुक्त
107 नए पॉजिटिव केस, पेशेंट के घर एपिसेंटर घोषित
उज्जैन। कोविड की थर्ड वेव के बढ़ते संक्रमण के बीच यह राहत देने वाली खबर है कि 22 मरीज कोरोना से मुक्त हुए है। वहीं बुधवार को 107 ही नए पॉजिटिव केस आए है। इधर प्रशासन ने कोरोना की चेन को तोडऩे के लिए फिर कंटेनमेंट एरिया बनाने और पॉजिटिव पेशेंट के घर एपिसेंटर घोषित करने पर जोर देना प्रारंभ कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के बुधवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार 1905 संदिग्धों की जांच में से 107 मरीज कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। इसमें 104 उज्जैन शहर,02 नागदा और बडऩगर में एक मरीज सामने आया है। इसके साथ जिले में एक्टिव कोविड पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 709 हो गई है। इनमें से 694 मरीज होम आइसोलेट हैं। 12 मरीज डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और 3 मरीजों को कोविड केयर सेंटर में उपचार करा रहे हैं। सबसे अच्छी बात यह कि बुधवार को 22 मरीज कोरोना से मुक्त हुए।
164 घरों को एपिसेंटर घोषित
शहर के 164 घरों को एपिसेंटर घोषित किया गया है। इन घरों के आसपास के क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया भी घोषित किया जाएगा। कंटेनमेंट एरिया के सर्विलांस हेतु दलों का गठन किया गया है। इस संबंध में कलेक्टर आशीषसिंह ने आदेश जारी किया है। कंटेनमेंट एरिया के में आने वाले सभी रहवासियों को कोविड गाइड लाइन के अन्तर्गत जारी प्रतिबंधों और निर्देशों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा।
चैन तोडऩे के लिए
शहर के कई इलाके कोरोना के हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं। यहां कॉण्टेक्ट हिस्ट्री ट्रेक करने पर भी कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं। इनमें से कुछ घरों में एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्य और पड़ोसी भी शामिल हैं। कोरोना इन मरीजों के माध्यम से आसपास के लोगों और रहवासियों में कोरोना नहीं फैले इसके चलते कलेक्टर आशीषसिंह ने 164 घरों के आसपास कंटेनमेंट एरिया बनाने के निर्देश दिये।