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शिप्रा आरती महोत्सव:200 कंडील उड़ाएंगे, कालबेलिया नृत्य आज, कल सुंदरकांड, 9 को मलखंभ का प्रदर्शन
महाकाल लोक का लोकार्पण 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। समारोह को भव्यता प्रदान करने और आमजन को कार्यक्रमसे जोड़ने के उद्देश्य से गुरुवार से रामघाट पर 6 दिवसीय शिप्रा आरती महोत्सव की शुरुआत हो गई है।
जिला प्रशासन व स्मार्ट सिटी यह आयोजन कर रहे हैं। महोत्सव के तहत घाट पर रोजाना होने वाली शिप्रा आरती के दौरान कई धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे। साथ ही नवाचार, आकर्षक थीम पर आधारित कार्यक्रम भी होंगे। पहले दिन गुरुवार को भगवान राम पर आधारित थीम कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान रामघाट पर रामलीला का प्रदर्शन किया गया।
11 पुरोहिताें ने मां शिप्रा की आरती की। धूप, दीप, कपूर आरती की गई। श्री महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आरके तिवारी के अनुसार महाकाल लोक लोकार्पण कार्यक्रम में जनमानस को जोड़ने के लिए विविध आयोजन किए जा रहे हैं।
इसी क्रम में रामघाट पर स्थानीय कलाकार प्रस्तुति दे रहे हैं। इसके अलावा प्रतिदिन शिप्रा आरती को भव्य रूप दिया जा रहा है। इसमें स्थानीय के साथ बड़ी संख्या में बाहर से आए लोग भी शामिल हो रहे हैं।
रामघाट पर राेजाना संध्या शिप्रा आरती के साथ सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे
7 अक्टूबर- सांस्कृतिक नृत्य और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रोप जंपिंग का कार्यक्रम उज्जैन की टीम प्रस्तुत करेगी। इसके बाद कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति होगी। साथ ही 100-200 कंडील (लेंटर्न) उड़ाए जाएंगे।
8 अक्टूबर- भगवान हनुमान पर आधारित कार्यक्रमों का मंचन होगा। सुंदरकांड का पाठ होगा। साथ ही भजन मंडलियों द्वारा भजन गायन किया जाएगा। इसके पश्चात मां शिप्रा की आरती ढोल, ताशे और नगाड़े के साथ की जाएगी।
9 अक्टूबर- शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां काली पर आधारित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। साथ में मलखंभ का आकर्षक प्रदर्शन भी होगा। इस दौरान मां शिप्रा की धुंध वाली आरती की जाएगी।
10 अक्टूबर- फाग उत्सव पर आधारित भगवान राधा-कृष्ण से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ में फूलों की होली पर प्रस्तुति दी जाएगी। इस दिन मां शिप्रा की आरती में गुलाल उड़ाया जाएगा।
11 अक्टूबर- महाकाल लोक के लोकार्पण के अवसर पर 21 पंडितों द्वारा मां शिप्रा की आरती की जाएगी। दो-तीन घंटे तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे। पॉवर मलखंभ की हैरतअंगेज प्रस्तुति होगी। साथ ही आकर्षक आतिशबाजी भी। मां शिप्रा की आरती में विशेष प्रभाव डाले जाएंगे। इसमें गुलाल, धुंध, दीपक और लैंटर्न भी शामिल होंगे। महाआरती की जाएगी। इसके अलावा रामघाट पर इस दिन भजन संध्या भी होगी।