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धोखाधड़ी का नया तरीका:होटल बुकिंग कर रहे हैं तो रहें सावधान, ठगी के लिए सोशल साइट पर डाल रखे फर्जी नंबर
अब श्रद्धालु साइबर ठगों के निशाने पर है। उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ गई है। ठगों ने उज्जैन की सोशल साइटों पर होटल बुकिंग को लेकर अपने मोबाइल नंबर डाल रखे हैं। जैसे ही बाहर के यात्री होटल बुकिंग के लिए ऑनलाइन संपर्क कर रहे हैं, वे ठगी के शिकार हो रहे हैं। कई लोग इस तरह की धोखाधड़ी के शिकार हो चुके हैं।
ये दो घटनाएं उदाहरण है कि ऑनलाइन होटल बुकिंग के दौरान सोशल साइट पर दिए मोबाइल नंबर पर भरोसा न करें, क्योंकि ये ठगों के है। लोगों को धोखाधड़ी पता चलता है, तब तक ठग अपना नंबर तक बदल लेते हैं व डाटा डिलीट कर देते हैं। कई लोग तो शिकायत करने के लिए सामने ही नहीं आते। ठग इसका फायदा उठा रहे हैं।
1. साइट पर नंबर देख पेमेंट किया, यहां पता चला कमरा बुक नहीं हुआ
उत्तरप्रदेश गाजियाबाद निवासी धीरज शर्मा ने 17-18 नंवबर के लिए महाकाल क्षेत्र में होटल बुकिंग के लिए सोशल साइट पर सर्च किया। फिर श्री सूर्या धर्मशाला में एक कमरा बुक कराया। इसके लिए संबंधित नंबर पर 2800 रुपए भुगतान कर दिया। यहां आए तो पता चला कि संबंधित नाम से कोई कमरा बुक नहीं है। यात्री ने महाकाल थाना व राज्य साइबर सेल को शिकायत की। शर्मा बोले हमने शिकायत इसलिए की ताकि खुद धोखाधड़ी के शिकार हो गए। आगे से अन्य लोग न हो, इसलिए मीडिया को भी शिकायत की जानकारी दी।
2. फर्जी वेबसाइट से उड़ीसा के श्रद्धालु से 9 हजार रुपए की धोखाधड़ी की
उड़ीसा निवासी प्रो. देवदत्त 60 साल ने महाकाल क्षेत्र में स्थित होटल में दो कमरे ऑनलाइन बुक कराए थे। इसके लिए 9 हजार का ऑनलाइन भुगतान संबंधित नंबर पर कर दिया था। यहां आए तो पता चला कि उनके भी नाम पर संबंधित होटल में कोई कमरें बुक नहीं है। प्रो. देवदत्त समझ गए कि उनका पैसा ठगों की जेब में चला गया। वे महाकाल थाने पहुंचे। पुलिस को लिखित शिकायत की व पैसा देकर होटल में कमरा लेने के बाद दर्शन किए। प्रोफेसर बाेले सोशल साइट पर नंबर डला था, इसलिए भरोसा कर लिया। पता नहीं था ठगी के शिकार हो जाएंगे।
पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर करने के बाद डाटा डिलीट कर रहे
ठगों ने सोशल साइट पर उज्जैन की होटल के नाम पर फर्जी मेप तैयार कर खुद के नंबर डाले हुए हैं। जैसे ही काेई बुकिंग के लिए संपर्क करता है, उसे भरोसे में ले लेते हैं व बुकिंग का पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर के बाद संबंधित नंबर से लेन-देन का डाटा डिलीट कर देते हैं, ताकि कोई पकड़ नहीं सके। ये झारखंड, बिहार से जुड़ा ठगों का नेटवर्क है।
होटल बुकिंग अधिकृत वेबसाइट के जरिए नंबर पता कर ही करें
होटल बुकिंग के लिए सोशल साइट पर सर्च करेंगे तो उस पर मोबाइल नंबर दिखेगा, ये ठगों का होता है। इस पर फोन न लगाए, बल्कि अधिकृत वेबसाइट पर जाकर वहां से नंबर प्राप्त करें व होटल में कमरा बुक कराएं। चेक आउट के समय वाला ऑप्शन चुने और बुकिंग कराएं।
-हरेंद्रपाल सिंह, स. उपनिरीक्षक राज्य साइबर सेल