- उज्जैन आईटी पार्क: भूमिपूजन से पहले उज्जैन आईटी पार्क को मिली जबरदस्त सफलता, 11 कंपनियों की आई जबरदस्त डिमांड
- भस्म आरती: मस्तक पर सूर्य, भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए 'गदर 2' के अभिनेता उत्कर्ष शर्मा, लगभग दो घंटे तक महाकाल की भक्ति में दिखे लीन; उत्कर्ष बोले- मेरे लिए बेहद अद्भुत अनुभव!
महाकाल की शरण में रॉबर्ट वाड्रा, कहा- राम मंदिर के लोकार्पण में जाने का आमंत्रण मिला तो जरूर जाऊंगा
सार
विस्तार
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के पति और प्रसिद्ध उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में दर्शन करने पहुंचे। जहां उन्होंने देशवासियों की सुख शांति की कामना की। उन्होंने दंडवत होकर बाबा महाकाल को प्रणाम भी किया। बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा इस दौरान बाबा महाकाल की भक्ति में पूरी तरह लीन दिखाई दिए। वह जो शर्ट पहन कर आए थे उस पर जय श्री महाकाल लिखा हुआ था। वहीं उन्होंने दर्शन पूजन के दौरान अपने सिर पर चंदन का तिलक लगाया और भगवा पंछा भी ओढे रखा।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर में दर्शन करने पहुंचे प्रसिद्ध उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा के मंदिर में पहुंचने पर पंडित आशीष गुरु, पंडित संजय गुरु और पंडित यश गुरु द्वारा नंदी हॉल से बाबा महाकाल का पूजन अर्चन करवाया गया। जिसके बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं महाराष्ट्र में सिद्धिविनायक के दर्शन करने के बाद उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने आया हूं। मैंने बाबा महाकाल से यही प्रार्थना की है कि देश में सुख शांति रहे और जहां भी युद्ध हो रहा है वहां पर भी जल्द ही शांति हो।
रॉबर्ट वाड्रा ने इस यात्रा को धार्मिक यात्रा बताया और कहा कि मैं बाबा महाकाल के दरबार में राजनीति पर बात तो नहीं करूंगा, लेकिन उन्होंने कहा कि देश में लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है। देश के लोगों की सुनवाई होना चाहिए। देश के लोगों की समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप देख सकते हैं राहुल और प्रियंका कितनी मेहनत कर रहे हैं। देश के सभी लोग उन दोनों की मेहनत को पहचानते हैं। भारत जोड़ो यात्रा में भी काफी संख्या में लोग उनसे जुड़े हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं मध्यप्रदेश में राहुल के साथ गया था और मैंने देखा है कि यहां के लोगों का बहुत प्यार मिला। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल को बहुत स्ट्रैंथ भी मिली है। कश्मीर तक पहुंचाने के लिए। देश के लिए राहुल अपनी मेहनत कर रहे हैं पूरा परिवार देश के लिए काम कर रहा है। मैं अपने धार्मिक दौरे लगातार कर रहा हूं।
राम मंदिर के लोकार्पण का निमंत्रण मिलेगा तो जरूर जाऊंगा
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर कहा कि हम सभी धर्म को समान रूप से देखते हैं। अगर मुझे अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने का निमंत्रण मिलता है तो मैं जरूर जाऊंगा।
वाड्रा ने कहा कि देश की जनता बदलाव चाहती है और यह बदलाव हमें कर्नाटक में देखने को भी मिला है। देशभर में बदलाव का माहौल है, कर्नाटक में बदलाव हुआ है और अब मध्यप्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेशों की बारी है। दिग्विजय सिंह, कमलनाथ विवाद पर वाड्रा ने कहा कांग्रेस में सुनवाई होती है, लड़ाई नहीं जो कि भाजपा में नहीं होता। धीरे-धीरे सब सही होगा। देश के लोगों को बदलाव चाहिए और बदलाव जरूर आएगा। कांग्रेस की भारी बहुमत से जीत होगी। मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ईडी के दुरुपयोग से व्यापारी वर्ग पूरी तरह परेशान है। व्यापारी अब यहां से जाने लगे हैं। देश के लोगों को अब बदलाव चाहिए जो कि जल्द ही आएगा। पांच राज्यों में जहां चुनाव हो रहे हैं उन सभी राज्यों में कांग्रेस बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएगी।
महाकाल लोक में गिरी प्रतिमाओं को फिर लगा दिया गया
महाकाल लोक के बारे में वाड्रा ने कहा कि यहां पर जो प्रतिमाएं गिरी थी, उन्हें फिर लगा दिया गया। जबकि इन्हें बदलना चाहिए था। भाजपा सरकार ने इस ओर कोई कार्य नहीं किया है। देश में भेदभाव की राजनीति खत्म होना चाहिए। बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और देश को विकास के राह पर ले जाने के लिए जिम्मेदारों को कार्य करने की जरूरत है।
मणिपुर मामले में आखिर क्यों चुप हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
इस्त्रायल में हो रहे युद्ध पर वाड्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही इस्त्रायल के पक्ष में हो, लेकिन प्रियंका, राहुल ही नहीं बल्कि मैं भी यह चाहता हूं कि सीज फायर होना चाहिए। मणिपुर की घटना पर कहा कि यहां भी प्रधानमंत्री को शांति स्थापित करना थी लेकिन आज भी स्थिति यह है कि मणिपुर में सब कुछ सामान्य नहीं है और दूसरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।