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शासकीय स्तर पर मानेगा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व, GAD ने कलेक्टरों काे दिए आदेश; उज्जैन कलेक्टर बोले – सीएम की मंशा अनुरूप भव्य रूप में मनेगी श्रीकृष्ण जन्म अष्टमी …
उज्जैन लाइव , मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया :
पंचांग के अनुसार इस बार कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी. जन्माष्टमी को देखते हुए कृष्ण मंदिरों में इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। बता दें, सिर्फ उज्जैन ही नहीं बल्कि पुरे मध्यप्रदेश में इस बार शासकीय स्तर पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा।
इसी क्रम में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने उज्जैन शहर में श्रीकृष्ण जन्म अष्टमी पर्व को धूमधाम से मनाने की निर्देश दिए है। दरअसल, बूधवार को प्रशासनिक संकुल में आयोजित टीएल की बैठक में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सिंहस्थ 2028 अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों की विस्तृत समीक्षा कर स्वीकृत कार्यों में गति लाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस दौरान कलेक्टर ने आगामी 26 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व के आयोजन के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शासन की मंशानुरूप जिले में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाए। सांदीपनि आश्रम, गोपाल मंदिर, इस्कॉन मंदिर, ग्राम नारायणा , महिदपुर सहित भगवान कृष्ण के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जन्माष्टमी पर्व भव्य रूप में आयोजित किए जाएं। एसडीएम अपने क्षेत्र में जन्माष्टमी की व्यवस्थाओं को देखें।
वहीं, श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के आंगन में 26 अगस्त सोमवार को श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। प्रमुख मंदिरों में इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई है।
बता दें की, कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व हिंदू धर्म में बेहद खास है. शास्त्रों की मानें तो भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टिमी तिथि को भगवान कृष्ण ने धरती पर जन्म लिया था. वे भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं. इसी वजह से कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूम-धाम से मनाते हैं.
शासकीय स्तर पर मानेगा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व :
बता दें, सिर्फ उज्जैन ही नहीं बल्कि पुरे मध्यप्रदेश में शासकीय स्तर पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से इसके लिए आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। जारी आदेश में कहा गया है की मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में 07 अगस्त 2024 को आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान सम्पूर्ण प्रदेश आगामी 26 अगस्त 2024 को जन्माष्टमी पर्व के आयोजन के संदर्भ में दिये गये निर्देशों के संबंध में बिन्दुआर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। एमपी सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के अपर सचिव की ओर से जारी आदेश के अनुसार मंदिरों में साफ सफाई की व्यवस्थाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
वहीं, प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को आदेश की प्रतियां सौंप दी गई हैं। जिसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद इसे अमल में लाया जा रहा है।
आदेश में दिए गए बिन्दुआर –
1. प्रत्येक जिले में भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों की साफ-सफाई कार्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये।
2. भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा एवं मित्रता के प्रसंग तथा जीवन दर्शन पर आधारित विभिन्न विषयों पर विद्वानों के माध्यम से सभी शासकीय / अशासकीय स्कूल / कॉलेज में व्याख्यान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराये जावें।
3. प्रदेश के ऐसे स्थल जहाँ भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में जुड़े विशेष प्रसंग रहे हैं जैसे कि जानापावा (देवास), अमझेरा (धार), नारायणा एवं संदीपनी आश्रम (उज्जैन) में प्रसंगो के अनुकूल जन्माष्टमी के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जावें।
4. शास्त्र सम्मत मंदिर निर्माण के स्थापत्य एवं उनकी विशिष्टयों को इन अवसरों पर प्रचारित प्रसारित किया जावे।
5. हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रसंगो / कथानकों/आख्यानों से सभी वर्गों को अवगत कराने हेतु समुचित कार्यवाही की जावे।
6. जन्माष्टमी के अवसर पर सभी शासकीय/अशासकीय विद्यालयों / महाविद्यालयों में भारतीय विशिष्ट परंपराओं, योग आदि पर व्याख्यान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जावे।