- सख्त कार्रवाई से चर्चा में आई बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल, रिश्वत लेने वाले क्लर्क को बनाया चपरासी; पूरे देश में छाई चर्चा
- तेज रफ्तार बस ने दो युवकों को रौंदा, मौके पर हुई मौत; जबलपुर में मेला घूमकर लौटते वक्त हुई दुखद घटना
- धार्मिक शहरों में शराबबंदी! BJP की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने CM यादव के फैसले का किया स्वागत, कहा - अभूतपूर्व निर्णय पर मोहन यादव जी का अभिनंदन।
- Simhastha 2028 की तैयारी: उज्जैन में कालभैरव मंदिर के पास बनने वाली नई मल्टी लेवल पार्किंग, श्रद्धालुओं को मिलेगा आराम ...
- भस्म आरती: श्री महाकालेश्वर भगवान का भांग, चंदन और सिंदूर से किया गया दिव्य श्रृंगार!
Simhastha 2028 की तैयारी: उज्जैन में कालभैरव मंदिर के पास बनने वाली नई मल्टी लेवल पार्किंग, श्रद्धालुओं को मिलेगा आराम …
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन के कालभैरव मंदिर क्षेत्र में जल्द ही एक बड़ी सुविधा मिलने वाली है! मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब पार्किंग की चिंता खत्म होने वाली है। जी हां, यहाँ बनने जा रही है शहर की तीसरी मल्टी लेवल पार्किंग!
अभी तक, इस क्षेत्र में अव्यवस्थित पार्किंग की वजह से न सिर्फ श्रद्धालुओं को परेशानी होती है, बल्कि जाम की स्थिति भी बनती रहती है। खासकर महाकालेश्वर के बाद सबसे ज्यादा श्रद्धालु कालभैरव के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, और ऐसे में पार्किंग की कमी एक बड़ी चुनौती बन चुकी थी। लेकिन अब इससे निजात मिलने वाली है! आने वाले महीने में शुरू होने वाले इस मल्टी लेवल पार्किंग प्रोजेक्ट के तहत, श्रद्धालुओं को एक व्यवस्थित और सुलभ पार्किंग सिस्टम मिलेगा। सबसे खास बात यह है कि यहाँ प्रवेश और निर्गम अलग-अलग होंगे, जिससे जाम की स्थिति से भी बचा जा सकेगा। वर्तमान में, यहाँ की अव्यवस्थित पार्किंग की वजह से आए दिन विवाद होते रहते हैं। लेकिन इस नए पार्किंग सिस्टम से न सिर्फ श्रद्धालुओं को आराम मिलेगा, बल्कि क्षेत्र का भी विकास हो सकेगा। इसके अलावा सिंहस्थ 2028 के लिए भी पार्किंग की जरूरत होगी।
इससे पहले, शहर में छत्रीचौक में अटल बिहारी वाजपेयी मल्टीलेवल पार्किंग और महाकाल क्षेत्र में स्मार्ट पार्किंग जैसी सुविधाएं शुरू की जा चुकी हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुई हैं। अब, कालभैरव क्षेत्र में भी यही सुविधा मिलेगी। यह मल्टी लेवल पार्किंग न केवल श्रद्धालुओं को अधिक जगह देगी, बल्कि त्योहारों और विशेष अवसरों पर भीड़ प्रबंधन में मदद करेगी। मंदिर के आसपास अब वाहन खड़े होने से यह इलाका जाम से मुक्त हो सकेगा, और दर्शन करने आने वाले भक्तों को एक बेहतर अनुभव मिलेगा।