बाहर का खाना अब सेहत के लिए खतरा? उज्जैन के फेमस होटल में नान के साथ मिला प्लास्टिक, कुल्चालाल-पराठादास में खराब खाना; ग्राहक ने की खाद्य विभाग में शिकायत

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
क्या बाहर का खाना अब सेहत के लिए खतरा बन चुका है? दरअसल, उज्जैन के महाकाल चौराहे स्थित ‘कुल्चालाल-पराठादास’ रेस्टोरेंट में एक परिवार के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक, 22 फरवरी की रात हितेश गुप्ता अपने परिवार के साथ उज्जैन के महाकाल चौराहे स्थित कुल्चालाल-पराठादास रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। इस दौरान उन्होंने यहाँ 8 कुल्हड़ लस्सी, एक तंदूरी मशरूम, दो पुदीना पराठे, 2 लहसुनी कुलचे, एक मलाई सोया चाप, 4 पापड़, एक दाल मखनी, एक मसाला सोया चाप रोल, एक मलाई चाप रोल, 4 चूर-चूर नॉन, और एक पनीर बटर मसाला का ऑर्डर दिया था।
जब खाना आया और गुप्ता परिवार ने नॉन खाया, तो उसमें प्लास्टिक के टुकड़े निकल आए। जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत रेस्टोरेंट के मैनेजर से की। लेकिन हद तो तब हो गई जब मैनेजर ने इससे मानने से इनकार कर दिया और साथ ही नॉन बदलने से भी मना कर दिया। इतना ही नहीं, उसने बिल में नॉन की राशि भी जोड़ दी। इसके बाद, गुप्ता परिवार ने 3090 रुपये का बिल चुकता किया और तुरंत खाद्य विभाग से शिकायत की।
गुप्ता परिवार की शिकायत पर खाद्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर किचन की जांच की, और जो देखा वह हैरान कर देने वाला था। रेस्टोरेंट के किचन से सड़े बैंगन, पुराने छोले, और फ्रीजर में सड़ा हुआ टमाटर पाया गया। जिसके बाद खाद्य विभाग ने किचन से दही, पनीर, छोले और कुलचे समेत सभी चीजों के सैंपल ले लिए। मामले में फूड इंस्पेक्टर बीडी शर्मा ने कहा कि हितेश गुप्ता ने हमें शिकायत की थी कि ‘कुल्चालाल-पराठादास’ रेस्टोरेंट के खाने में प्लास्टिक के टुकड़े मौजूद थे। जिसके बाद हमने शिकायत पर जांच की। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान रेस्टोरेंट से दो दिन पुराने छोले मिले और बहुत सी अनियमितताएँ पाई गई हैं। ऐसे में रेस्टोरेंट के खिलाफ धारा 32 में नोटिस जारी कर लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है।
वहीं, रेस्टोरेंट के मैनेजर मुनीश ने इस पूरे मामले पर सफाई दी, उनका कहना था कि कांच और प्लास्टिक का इस्तेमाल वे नहीं करते। तंदूर में लोहा प्लास्टिक गल जाता है। अगर प्लास्टिक आया तो हमने तो डाला नहीं है।
गौरतलब हो कि कुछ दिनों पहले उज्जैन के नानाखेड़ा स्थित सागर गेरे रेस्टोरेंट में भी खाने की लापरवाही का एक बेहद घिनौना मामला सामने आया था। जब एक ग्राहक के वेज चीज़ सैंडविच के अंदर से कॉकरोच निकला, जो ग्राहक के मुंह तक पहुंच गया था। जिसके बाद गुस्साए ग्राहक ने तुरंत रेस्टोरेंट में इसकी शिकायत की, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि रेस्टोरेंट संचालक ने उन्हें दूसरा सैंडविच ऑफर कर दिया। ग्राहकों ने इसे ठुकराते हुए सीधे खाद्य विभाग में शिकायत कर दी। उन्होंने कॉकरोच वाले सैंडविच की तस्वीरें और वीडियो भी अधिकारियों के साथ साझा किए।