इतिहास प्रेमियों के लिए खास: सैकड़ों साल पुराने अस्त्र-शस्त्र और दुर्लभ जीवाश्म का विक्रमोत्सव में हो रहा अनमोल प्रदर्शन, बिड़ला भवन सम्राट विक्रमादित्य शोधपीठ परिसर में लगी प्रदर्शनी

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन में इस समय 125 दिवसीय विक्रमोत्सव 2025 का आयोजन हो रहा है, जो 30 जून तक जारी रहेगा। इस महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारंपरिक नृत्य, संगीत और ऐतिहासिक झांकियों के माध्यम से महाराज विक्रमादित्य के सुनहरे युग को पुनर्जीवित किया जा रहा है।
वहीं, विक्रमोत्सव में इस बार इतिहास प्रेमियों के लिए एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है, जो हमें प्राचीन युद्ध कला और वीर योद्धाओं की गौरवशाली परंपरा से रूबरू कराएगी। बिड़ला भवन, सम्राट विक्रमादित्य शोधपीठ परिसर में 28 फरवरी से शुरू हुई इस प्रदर्शनी में सैकड़ों साल पुराने अस्त्र-शस्त्रों को प्रदर्शित किया गया है।
बता दें, इस प्रदर्शनी में 1817 के एंग्लो-मराठा युद्ध से जुड़े हथियार भी शामिल हैं, जहां 3,000 मराठा योद्धाओं ने बलिदान दिया था। युद्ध क्षेत्र से मिली तोप के गोले, संगीन और टूटी तलवारें भी यहाँ रखी गई हैं। इस प्रदर्शनी में 1817 के एंग्लो-मराठा युद्ध से जुड़े हथियार भी शामिल हैं, जहां 3,000 मराठा योद्धाओं ने बलिदान दिया था। युद्ध क्षेत्र से मिली तोप के गोले, संगीन और टूटी तलवारें भी यहाँ रखी गई हैं। साथ ही, फरसे, भाले, धनुष-बाण, कवच, मशालें और महिला सुरक्षा के लिए संगीन भी प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
इतिहास के साथ-साथ इस प्रदर्शनी में 5 करोड़ साल पुराने दुर्लभ जीवाश्म भी रखे गए हैं, जो दर्शकों को प्रकृति और मानव सभ्यता की प्राचीनता का अहसास कराएंगे।
125 दिनों तक चलने वाला एकमात्र उत्सव
18 वर्ष पहले भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और सम्राट विक्रमादित्य के ऐतिहासिक महत्व को उजागर करने के लिए शुरू किया गया विक्रमोत्सव, अब 125 दिनों तक चलने वाला एक भव्य और बहुआयामी अंतर्राष्ट्रीय उत्सव बन चुका है। यह संभवतः दुनिया का एकमात्र ऐसा उत्सव है जो इतनी लंबी अवधि तक चलता है। साल 2006 से लगातार विक्रमोत्सव का आयोजन हो रहा है, जिसमें ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, वैचारिक, साहित्यिक, वैज्ञानिक, सामाजिक, व्यावसायिक और विरासत के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन के दशहरा मैदान में 125 दिवसीय विक्रमोत्सव 2025 की शुरुआत शिवरात्रि के पावन अवसर पर हुई। इस भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। विक्रमोत्सव-2025 की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इस अवसर पर विक्रम व्यापार मेला का भी शुभारंभ किया गया। शुभारंभ अवसर पर गायक हंसराज रघुवंशी द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई। वहीं, पद्मश्री से सम्मानित आनंदन शिवमणि द्वारा भी कार्यक्रम में सांगीतिक प्रस्तुति दी गई।