उज्जैन में महाकाल मंदिर के सह प्रभारी गौरव शर्मा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कारण अनसुलझा; पुलिस कर रही कारणों की गहन जांच!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन के नीलगंगा थाना क्षेत्र स्थित साईंधाम कॉलोनी में सोमवार सुबह एक गंभीर और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र सह प्रभारी गौरव शर्मा ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना लगभग सुबह 5 बजे की बताई जा रही है। 36 वर्षीय गौरव शर्मा, जो मंदिर में अपनी जिम्मेदारियों के साथ-साथ ट्रैवल्स व्यवसाय भी संचालित करते थे, अपने दोस्तों के साथ सुबह के कुछ समय तक सामान्य रूप से बातचीत करते हुए देखे गए थे, लेकिन फिर अचानक उन्होंने यह कदम उठाया।

सूत्रों के अनुसार, गौरव ने सुबह 4 बजे अपनी गाड़ी ओंकारेश्वर के लिए भेजी थी। इसके बाद वह हरिफाटक रोटरी के पास शिप्रा ढाबे पर अपने दो खास दोस्तों शुभम और राहुल के साथ चाय पीने गए। वहां उन्होंने कहा कि अब वे घर जाकर सोएंगे। गौरव की पत्नी अर्चना और उनके दो बच्चे, हर्षवर्धन व हिमांशु, उस समय इंदौर में रक्षाबंधन का त्योहार मना रहे थे, इसलिए घर पर कोई मौजूद नहीं था। जब पिता अशोक शर्मा घर लौटे और दरवाजा बंद देखा तो उन्होंने अंदर झांक कर देखा कि गौरव फंदे पर लटका हुआ था। तुरंत उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चरक अस्पताल भेजा, जहां जांच के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। दोपहर में ही चक्रतीर्थ में गौरव शर्मा का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गौरव की अचानक और रहस्यमय मौत ने महाकाल मंदिर के कर्मचारियों और भक्तों को स्तब्ध कर दिया है। वे इस खबर को सुनकर अभी तक विश्वास नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि गौरव को सभी एक मिलनसार और जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में जानते थे।

अभी तक आत्महत्या के कारणों का कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया है और न ही कोई सुसाइड नोट मिला है, जिससे घटना की पृष्ठभूमि और भी रहस्यमय बनी हुई है। उनके परिवार वाले और मंदिर के लोग इस दुखद घटना को लेकर गहरे सदमे में हैं। गौरव शर्मा का ट्रैवल्स व्यवसाय भी अच्छा चल रहा था, जिससे इस कदम की वजह समझ पाना और भी मुश्किल हो रहा है। इस मामले में पुलिस भी जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता लगाया जा सके।

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