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छात्रों से लेकर किसानों तक… हर वर्ग तक पहुँचेगी महाकाल नगरी की आवाज़: 31 अगस्त तक पूरी होगी चयन प्रक्रिया, सितम्बर से श्रोताओं तक पहुँचेगी उज्जैन की आवाज़!
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के लिए यह समय ऐतिहासिक बनने जा रहा है। शहर में स्थापित होने वाले आकाशवाणी केंद्र की चयन प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। गुरुवार को नानाखेड़ा स्थित आकाशवाणी प्रसारण केंद्र पर लिखित परीक्षा के बाद स्वर परीक्षण (ऑडिशन) आयोजित किया गया। इसमें 60 से अधिक प्रतिभागियों और युववाणी कार्यक्रम के लिए चुने गए 40 युवाओं ने हिस्सा लिया।
लिखित परीक्षा से ऑडिशन तक का सफर
इससे पहले बुधवार को आयोजित लिखित परीक्षा में लगभग 100 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। इनमें से चयनित 60 प्रतिभागियों को स्वर परीक्षण के लिए बुलाया गया। आकाशवाणी भोपाल के मध्य प्रदेश कार्यक्रम प्रमुख श्री राजेश भट्ट ने जानकारी दी कि स्वर परीक्षण में सफल उम्मीदवारों का व्यक्तिगत साक्षात्कार 22 अगस्त को होगा। वहीं युववाणी कार्यक्रम के लिए सीधे चयनित 40 प्रतिभागियों का भी स्वर परीक्षण गुरुवार को संपन्न हुआ।
31 अगस्त तक चयन प्रक्रिया पूरी
प्रक्रिया के सभी चरण 31 अगस्त तक पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद चयनित प्रतिभागियों का प्रशिक्षण अगले सप्ताह से शुरू होगा। यह प्रशिक्षण केवल रेडियो प्रस्तुति तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें मालवी संस्कृति, स्थानीय परंपराओं, शिप्रा घाट की महत्ता और उज्जैन की ऐतिहासिक धरोहर को भी शामिल किया जाएगा।
प्रशिक्षण में झलकेगी मालवा और महाकाल नगरी की आत्मा
श्री भट्ट ने बताया कि उज्जैन आकाशवाणी केंद्र से जुड़े प्रतिभागियों को प्रशिक्षण में क्षेत्रीय कला, लोककथाएँ, भजन परंपरा, पंडे-पुजारियों की वाणी, किसानों और ग्रामीण जीवन की झलक जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे। इसके साथ ही मौसम, मंडी भाव और शासन की योजनाओं की सरल जानकारी देने की तैयारी भी कराई जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 की महत्ता और उज्जैन की प्राचीनता की जानकारी को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा।
धार्मिक नगरी के लिए गौरव का क्षण
यह पहली बार होगा जब उज्जैन जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक वैभव से समृद्ध शहर को अपना स्वतंत्र आकाशवाणी केंद्र मिलेगा। 1 सितम्बर के बाद जब यह केंद्र विधिवत प्रसारण शुरू करेगा, तो स्थानीय प्रतिभागी उद्घोषक, ग्रामसभा, महिला सभा, युववाणी और अन्य विविध कार्यक्रमों में श्रोताओं से रूबरू होंगे। इससे न केवल शहर बल्कि पूरे मालवा अंचल की आवाज़ दूर-दूर तक पहुँचेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि उज्जैन आकाशवाणी केंद्र ग्रामीण और शहरी श्रोताओं को जोड़ने वाला सेतु बनेगा। किसानों के लिए मौसम और मंडी भाव की ताज़ा जानकारी, महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम, युवाओं के लिए युववाणी और धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत से जुड़े प्रसारण, रेडियो के माध्यम से हर घर तक पहुँचेंगे।
उज्जैन में आकाशवाणी केंद्र का आरंभ केवल एक प्रसारण केंद्र की स्थापना भर नहीं है, बल्कि यह शहर की धार्मिक धड़कन, सांस्कृतिक आत्मा और मालवी अस्मिता की आवाज़ को पूरे देश और दुनिया तक पहुँचाने का अवसर है। महाकाल की नगरी से गूंजने वाली यह आवाज़, सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के बीच, आने वाले समय में उज्जैन की पहचान को और भी भव्य रूप देगी।