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उज्जैन और इंदौर में भारी बारिश का अलर्ट, अगले 3 दिन भी जारी रहेगा तेज बारिश का दौर; प्रशासन ने सतर्क रहने की दी सलाह!
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून इस बार भी अपनी पूरी ताकत दिखा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में दो स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय हैं, जिसके चलते शुक्रवार को इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के कुल 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने बताया कि अगले तीन दिन तक तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। भारी बारिश की चेतावनी वाले जिलों में धार, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट शामिल हैं। इन जिलों में 2.5 से 4.5 इंच तक पानी गिरने का अनुमान है।
मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, मानसून टर्फ और लो प्रेशर एरिया की वजह से गुरुवार को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर बना रहा। अगले 24 घंटे में भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है। प्रदेश में अब तक औसतन 36.2 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि सामान्य कोटा 37 इंच है। इस हिसाब से प्रदेश में बारिश का लगभग 90 प्रतिशत कोटा पूरा हो चुका है।
उज्जैन जिले का हाल: उज्जैन जिले में पिछले 24 घंटों में जिले की विभिन्न तहसीलों में लगातार बारिश हुई। उज्जैन तहसील में 49 मिमी, घट्टिया में 48 मिमी, खाचरौद में 6 मिमी, नागदा में 32.3 मिमी, बड़नगर में 20 मिमी, महिदपुर में 7 मिमी, झार्डा में 40 मिमी, तराना में 54.4 मिमी और माकड़ौन तहसील में 45 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस दौरान जिले में औसत 33.5 मिमी बारिश हुई। मानसून सत्र में अब तक जिले में औसतन 573 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। पिछले वर्ष इसी अवधि में जिले में औसतन 615.8 मिमी बारिश हुई थी।
वर्तमान और पिछले वर्ष की तुलना
कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अब तक जिले में औसतन 573 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 615.8 मिमी था। इस बार उज्जैन तहसील में 609 मिमी, घट्टिया 415.5 मिमी, खाचरौद 659 मिमी, नागदा 624.6 मिमी, बड़नगर 514 मिमी, महिदपुर 511 मिमी, झारड़ा 658.4 मिमी, तराना 775.6 मिमी और माकड़ौन में 390 मिमी वर्षा हो चुकी है। वहीं, पिछले वर्ष इसी समय पर नागदा में 845.4 मिमी और महिदपुर में 629 मिमी बारिश दर्ज हुई थी।
इंदौर में हालात: इंदौर में गुरुवार को सुबह से दोपहर तक हल्की रिमझिम के साथ कभी धूप निकलने का दौर भी रहा, लेकिन शाम छह बजे के बाद तेज बारिश हुई। बायपास, पूर्वी रिंग रोड और विजय नगर क्षेत्र में सड़कों पर पानी भर गया और वाहन चलाना मुश्किल हो गया। सुपर कॉरिडोर पर मेट्रो के छह नंबर स्टेशन के नीचे पानी इतना जमा हुआ कि कई कारों के इंजन तक प्रभावित हुए। पूर्वी इंदौर में 1.5 इंच पानी गिरा। इस तेज बारिश से शहर में जलभराव की स्थिति बन गई और कई सड़कों पर आवाजाही ठप रही।
शिप्रा का जलस्तर बढ़ा: उज्जैन और इंदौर-देवास में हुई बारिश के चलते शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। घाटों और मंदिरों के आसपास जलभराव देखा गया। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार, 24 घंटे में उज्जैन में 4.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
बारिश के कारण हादसे: भारी बारिश के बीच आगर मालवा में चाचुरनी नदी का बहाव तेज हो गया, जिसमें दो ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित नदी में फंस गए। डेढ़ घंटे चले रेस्क्यू के बाद प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं, बाणगंगा क्षेत्र में दो बच्चे, शिवराज (14) और प्रिंस (14), दोस्तों के साथ खदान में नहाने गए थे और डूब गए। शव नहीं मिलने पर एनडीआरएफ टीम ने बच्चों की तलाश शुरू की।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी: विभाग ने अगले 24 से 72 घंटे के दौरान इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में लगातार बारिश की चेतावनी दी है। सड़कों और नदियों के आसपास सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मध्यप्रदेश में इस मानसून सत्र में बारिश की स्थिति अभी भी अनिश्चित है। पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार कुछ जिलों में सामान्य से कम और कुछ में अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने नागरिकों से सुरक्षित रहने, जलभराव और तेज बहाव वाली नदियों के पास जाने से बचने की हिदायत दी है।